अगले वर्ष उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महा कुंभ मेले में Sah'AI'yak चैटबॉट का इस्तेमाल किया जाएगा। यह श्रद्धालुओं के साथ कम्युनिकेशन को बेहतर बनाने के लिए आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बेस्ड प्लेटफॉर्म है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रयागराज में शुक्रवार को लगभग 5,500 करोड़ रुपये 167 विकास परियोजनाओं का उद्धाटन किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 45 दिन तक चलने वाले महा कुंभ को एक 'महा अभियान' बताया। उन्होंने कहा कि यह एकता का एक महा यज्ञ बनेगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में की जाएगी। मोदी ने बताया कि कुंभ मेले में पहली बार
AI और चैटबॉट्स का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा, "इससे 11 भाषाओं में कम्युनिकेशन किया जा सकेगा। मैंने बड़ी संख्या में लोगों को डेटा और टेक्नोलॉजी के साथ कनेक्ट करने प्रपोजल दिया है।" मोदी ने कुंभ Sah'AI'yak चैटबॉट को लॉन्च किया। यह
चैटबॉट श्रद्धालुओं को गाइडेंस देने के साथ ही कार्यक्रमों के बारे जानकारी भी उपलब्ध कराएगा। मोदी ने कहा कि इन कोशिशों से भारत की 'विकसित भारत' की दिशा में प्रगति में सहायता मिल रही है।
पिछली सरकारों पर कुंभ और धार्मिक यात्राओं पर पर्याप्त ध्यान नहीं देने को लेकर तंज कसते हुए मोदी ने कहा, "जब संचार के आधुनिक साधन नहं थे, तो कुंभ जैसे आयोजनों से बड़े सामाजिक बदलावों का आधार तैयार होता था। ऐसे आयोजनों से देश के प्रत्येक कोने और समाज को एक सकारात्मक संदेश भेजा जाता है।" उन्होंने कहा कि भारत पवित्र स्थानों और तीर्थ यात्राओं का देश है। मोदी का कहना था, "महा कुंभ किसी बाहरी व्यवस्था के बजाय व्यक्ति की आंतरिक जागृति को दिखाता है। यह एक ऐसा आयोजन है जिससे भक्ति, धर्म और संस्कृति का दिव्य संचार होता है।"
मोदी ने महा कुंभ 2025 को एक सफल आयोजन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले सभी श्रमिकों की भी सराहना की। उनका कहना था, "प्रयागराज की इस धरती पर एक नया इतिहास बनाया जा रहा है। अगले वर्ष महा कुंभ के आयोजन से देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को एक नई ऊंचाई मिलेगी।" प्रधानमंत्री मोदी ने प्रयागराज में तीन नदियों के संगम, अक्षय वट वृक्ष. हनुमान मंदिर और सरस्वति कूप पर पूजा और दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने महा कुंभ के प्रदर्शन स्थल का भी जायजा लिया।