फिलहाल देश में Reliance Jio और Airtel ही ऐसी दो कंपनियां हैं, जो 5G नेटवर्क मुहैया करा रही है। यहां तक कि दोनों ही कंपनीयां अपने कुछ प्लान में अनलिमिटेड 5G डेटा भी दे रही है, जिसे लेकर हाल ही में Vi ने TRAI को शिकायत भी की थी।
वोडा-आइडिया ने इस साल जून महीने में दिल्ली में 75 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर्स को जोड़ा है। कंपनी ने जून से जनवरी के बीच इस सर्कल में 3.21 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स को ऐड किया है।
Vodafone Idea ने 18,800 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम खरीदा है, जिसमें 17 प्राथमिकता वाले सर्किल में मिड बैंड में रेडियो वेव्स और 5जी सर्विस के लिए 16 सर्किल्स में 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम शामिल हैं।
यूपी ईस्ट सर्कल में 10 करोड़ से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर्स हैं। मई महीने तक यहां रिलायंस जियो के 3.29 करोड़ मोबाइल सब्सक्राइबर्स थे। वहीं, भारती एयरटेल के पास 3.7 करोड़ और वोडाफोन आइडिया के 2.02 करोड़ सब्सक्राइबर्स थे।
बोफा सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल पूरे देश में 5G स्पेक्ट्रम खरीदने की स्थिति में हैं, लेकिन वोडाफोन-आइडिया की बोली को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
इसकी वजह वह फैसला है, जो अगले साल जनवरी से लागू हो सकता है। इसके बाद देश में किसी भी 5G स्मार्टफोन को मार्केट में उतारने से पहले उसकी लोकल टेस्टिंग की जाएगी और फोन के लिए सर्टिफिकेशन लेना होगा।
5G सेलुलर नेटवर्क पांचवीं पीढ़ी का नेटवर्क है, जो 4G की तुलना में ज्यादा तेज़, भरोसेमंद और स्टेबल है। 5G उसी रेडियो फ्रीक्वेंसी पर चलता है जो वर्तमान में आपके स्मार्टफोन पर, वाई-फाई नेटवर्क पर और सैटेलाइट कम्युनिकेशन में इस्तेमाल किया जा रहा है।