Starlink Price

Starlink Price - ख़बरें

  • Starlink Satellite Internet: Elon Musk की सर्विस कब होगी शुरू, कितनी होगी कीमत? यहां जाने सब कुछ
    भारत सरकार के DoT ने Elon Musk की कंपनी Starlink को पहले ही स्पेक्ट्रम अप्रूवल दे दिया है। कंपनी 2025 के अंत तक देश में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है। मुंबई को ऑपरेशन हब बनाया जा सकता है और शुरुआत में 10 ग्राउंड बेस स्टेशंस लगाए जा सकते हैं। स्पीड 25 से 220 Mbps तक होने की उम्मीद है, जबकि शुरुआती किट की कीमत 30,000 से 35,000 रुपये के बीच हो सकती है और मंथली सब्सक्रिप्शन 3,000-4,200 रुपये तक रह सकता है।
  • भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी से लेकर एमेजॉन की प्राइम डे सेल, ये हैं आज की महत्वपूर्ण खबरें
    पिछले महीने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर पहुंचे Axiom-4 मिशन के चार क्रू मेंबर्स की 14 जुलाई को धरती पर वापसी की यात्रा शुरू होगी। इनमें भारतीय एस्ट्रोनॉट Shubhanshu Shukla भी शामिल हैं। ISS का विजिट करने वाले शुक्ला पहले भारतीय हैं। हालांकि, विंग कमांडर Rakesh Sharma के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले वह देश के दूसरे एस्ट्रोनॉट हैं
  • भारत के इंटरनेट के मार्केट में जल्द होगी Musk की स्टारलिंक की एंट्री, Reliance Jio को मिलेगी टक्कर 
    स्टारलिंक को अब केंद्र सरकार से स्पेक्ट्रम हासिल करने, इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और टेस्टिंग और ट्रायल के जरिए यह दिखाने की जरूरत होगी कि कंपनी सिक्योरिटी से जुड़े रूल्स को पूरा कर रही है। पिछले तीन वर्षों से स्टारलिंक देश में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने के लिए लाइसेंस मिलने का इंतजार कर रही थी।
  • Starlink सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन के लिए लगेगी स्पेशल किट. जानें कितना होगा खर्चा?
    भारत में Elon Musk की कंपनी Starlink को सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस मिल चुका है और अब इसके कमर्शियल लॉन्च की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। Starlink का दावा है कि वह देश के दूर-दराज और नेटवर्क से कटे इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाएगा, वो भी बिना किसी मोबाइल टावर या फाइबर लाइन के। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, Starlink इंडिया में 10 डॉलर, यानी करीब 840 रुपये मासिक कीमत वाला एक बेसिक इंटरनेट प्लान ऑफर करने की तैयारी में है, लेकिन इस प्लान से पहले यूजर्स को एक बार में मोटी रकम चुकानी पड़ सकती है, जो Starlink की इंटरनेट किट के लिए ली जाएगी, जिसमें सैटेलाइट डिश, राउटर, केबल्स और बाकी जरूरी इक्विपमेंट शामिल होंगे।
  • भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है Elon Musk की Starlink
    कंपनी को टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) की ओर से ग्लोबल मोबाइल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस मिल सकता है। इस लाइसेंस से सैटेलाइट बेस्ड नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर्स को सैटेलाइट टर्मिनल्स लगाने की अनुमति मिलती है। स्टारलिंक को लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) में बताई गई सिक्योरिटी कम्प्लायंस से जुड़ी शर्तों को 7 जून तक पूरा करने की समयसीमा दी गई थी और कंपनी ने इसे पूरा कर दिया है।
  • Elon Musk की स्टारलिंक के विरोध में रिलायंस और एयरटेल, स्पेक्ट्रम के कम रेट से नाराज
    इन टेलीकॉम कंपनियों ने कहा है कि अगर सैटेलाइट स्पेक्ट्रम का प्राइस कम रखा जाता है तो इससे उनके बिजनेस को नुकसान होगा। इससे बिलिनेयर Elon Musk की Starlink जैसी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराने वाली कंपनियों को फायदा हो सकता है। टेलीकॉम रेगुलेटर ने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए उनके वार्षिक रेवेन्यू का चार प्रतिशत केंद्र सरकार को भुगतान करने का प्रपोजल दिया है।
  • भारत में सैटेलाइट इंटरनेट की कीमत होगी 840 रुपये से भी कम? Airtel, Jio की बढ़ेगी टेंशन!
    भारत में सैटेलाइट इंटरनेट को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जल्द ही देश में लॉन्च होने वाली Starlink की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा अपने अनलिमिटेड डेटा प्लान्स की शुरुआती कीमत 10 डॉलर (करीब 840 रुपये) प्रति माह से भी कम रख सकती हैं। यानी ग्रामीण और रिमोट इलाकों में जहां अब तक इंटरनेट पहुंचना मुश्किल था, वहां भी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी 1,000 रुपये से कम में उपलब्ध हो सकती है। यह कीमत कथित तौर पर शुरुआती यूजर्स को आकर्षित करने के लिए तय की गई है, ताकि कंपनियां 1 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर बेस बना सकें।
  • भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए Elon Musk की स्टारलिंक को मिला लाइसेंस
    बिलिनेयर Elon Musk की Starlink को यह सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विसेज उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से अनुमति मिल गई है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने स्टारलिंक को इसके लिए लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) जारी किया है। स्टारलिंक को मस्क की रॉकेट कंपनी SpaceX ने डिवेलप किया है। यह सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कई देशों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराती है।
  • एलन मस्क की Starlink के लिए भारत में पॉजिटिव संकेत, सरकार ने कहा, सैटेलाइट इंटरनेट जरूरी
    टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने कहा है कि दूरदराज के क्षेत्रों तक इंटरनेट को पहुंचाने के लिए इस सर्विस की जरूरत है। सिंधिया ने बताया कि सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराने वाली कंपनियां ही इसके लिए प्राइसिंग को तय करेंगीहाल ही में स्टारलिंक ने देश की बड़ी टेलीकॉम कंपनियों Reliance Jio और Bharti Airtel के साथ टाई-अप किया था। दुनिया में इंटरनेट का भारत दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है।
  • भूटान में सैटेलाइट इंटरनेट दे रही Starlink, भारत में कितनी होगी कीमत? जानें
    Starlink भारत में किन कीमतों पर अपनी सैटेलाइट सर्विसेज देगी इसके बारे में कोई भी जानकारी अभी तक नहीं है। लेकिन Starlink की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस पड़ोसी देश भूटान में पहले से ही उपलब्ध है। यहां कंपनी 5 तरह के प्लान के तहत सर्विसेज देती है। प्लान के अलावा हार्डवेयर पर भी लागत आती है। भूटान में स्टैंडर्ड किट के लिए 33,000 BTN अदा करने होते हैं।
  • भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू सकती है Elon Musk की स्टारलिंक
    भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम को प्रशासनिक तरीके से एलोकेट किया जा सकता है। देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio की भी यह सर्विस शुरू करने की योजना है। ऐसी रिपोर्ट है कि स्टारलिंक ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से लोकल डेटा स्टोरेज सरकार की ओर से डेटा इंटरसेप्शन से जुड़ी शर्तों के लिए औपचारिक तौर पर सहमति दी है।
  • एयरटेल की सैटेलाइट टेलीकॉम सर्विस शुरू करने की तैयारी, सरकार से मंजूरी का इंतजार 
    Bharti Enterprises के वाइस चेयरमैन, Rajan Bharti Mittal ने बताया कि कंपनी स्पेक्ट्रम एलोकेशन का इंतजार कर रही है। गुजरात और तमिलनाडु में कंपनी के दो स्टेशंस तैयार हैं। अनुमति मिलने के बाद इस सर्विस को लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारती एंटरप्राइसेज ने 635 सैटेलाइट लॉन्च किए हैं और कंपनी अन्य देशों में सर्विसेज उपलब्ध करा रही है।
  • Elon Musk की बढ़ी मुश्किल, Tesla के शेयरहोल्डर्स ने उठाया 56 अरब डॉलर की सैलरी पर सवाल
    इस वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट घटकर लगभग 1.13 अरब डॉलर का रहा था। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह लगभग 2.51 अरब डॉलर का था
  • Tesla में छंटनी जारी, इस वर्ष कंपनी से बाहर हो चुके हैं 6,000 वर्कर्स
    इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने सॉफ्टवेयर, सर्विस और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट्स से वर्कर्स को बाहर किया था। यह टेस्ला की स्ट्रैटेजी में एक बड़े बदलाव का संकेत है
  • टेस्ला ने की सॉफ्टवेयर और सर्विस डिविजंस में छंटनी
    पिछले महीने के अंत में मस्क ने कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट से कुछ एग्जिक्यूटिव्स की छंटनी की थी।इससे पहले टेस्ला की वर्कफोर्स में लगभग 10 प्रतिशत की कटौती हुई थी। हाल ही में मस्क ने कहा था कि कंपनी को दोबारा ऑर्गनाइज करने की जरूरत है

विज्ञापन

Follow Us
विज्ञापन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »