SpaceX ने अपने पावरफुल रॉकेट स्टारशिप (Starship) को 6ठवीं बार अंतरिक्ष के लिए रवाना किया। लेकिन धरती पर लौटने के बाद फर्स्ट स्टेज बूस्टर 'सुपर हैवी' को पकड़ने में कंपनी को सफलता नहीं मिली। सुपर हैवी को इसके लॉन्च टावर में वापस लौटना था जहां पर टॉवर के दो बड़े हाथ इसे थामने वाले थे, लेकिन लॉन्च टावर पर आने की बजाय यह मैक्सिको की खाड़ी में गिरा और विस्फोट हो गया।
दुनिया के सबसे भारी रॉकेट में रूप में ‘शोहरत’ पा चुका स्पेसएक्स का ‘स्टारशिप’ (Starship) एक बार फिर टेस्ट फ्लाइट से गुजरने जा रहा है। भारतीय समय के अनुसार, 19 नवंबर की रात करीब 2.45 बजे इसे लॉन्च किया जा सकता है। पिछली पांचों टेस्ट फ्लाइट्स की तरह इस बार भी रॉकेट के दोनों हिस्सों- फर्स्ट स्टेज और अपर स्टेज को परखा जाएगा।
दिल्ली से अमेरिका 30 मिनट में पहुंच जाएं तो कैसा हो! SpaceX के मालिक एलन मस्क के अनुसार यह अब संभव है! मस्क के मुताबिक उनकी कंपनी SpaceX का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 'Earth-to-Earth' स्पेस ट्रैवल अब जल्द ही हकीकत में तब्दील होने वाला है। यह पृथ्वी पर एक देश से दूसरे देश में ट्रैवल का भविष्य पूरी तरह से बदल सकता है। ट्रंप के शासनकाल में इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल सकती है।
SpaceX अपने Starship की 6ठवीं टेस्ट फ्लाइट को 19 नवंबर को स्पेस में भेजेगी। स्पेस एक्स ने अपने स्टारशिप पर केले का फोटो लगा रखा है जो इस वक्त इंटरनेट पर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल रॉकेट की अपर स्टेज में Starship है। जबकि फर्स्ट स्टेज में बहुत बड़ा बूस्टर लगा है। दोनों को मिलाकर यह 400 फीट ऊंचा है। साइज की तुलना के लिए केले का स्टीकर लगाया गया है।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में रविवार को इतिहास रचा गया। एलन मस्क की स्पेस कंपनी स्पेसएक्स ने दुनिया के सबसे भारी रॉकेट स्टारशिप का पांचवीं बार परीक्षण किया। स्पेसएक्स को बड़ी कामयाबी मिली, क्योंकि रॉकेट का बूस्टर लॉन्च साइट पर वापस लौट आया। वहीं, अपर स्टेज भी तय समय पर स्पैलशडाउन के लिए हिंद महासागर में पहुंच गया। यह भविष्य में इंसान को मंगल ग्रह (Mars) तक ले जाने का रास्ता पुख्ता करेगा।
एलन मस्क का मानना है कि अगर सबकुछ प्लानिंग के हिसाब से हुआ तो स्टारशिप रॉकेट दो साल बाद मंगल ग्रह के लिए उड़ान भरना शुरू कर देगा। एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि मंगल पर सेफ लैंडिंग से जुड़े परीक्षणों में एस्ट्रोनॉट्स को शामिल नहीं किया जाएगा। कामयाबी मिली तो क्रू मिशन को अगले चार साल में भेजा जा सकता है। मस्क ने उम्मीद जताई कि एक बार सफलता मिलने के बाद उड़ान भरने की दर तेज होगी।
Elon Musk : साल 2020 में वॉशिंगटन डीसी में एक सम्मेलन में एलन मस्क ने कहा था अगर हम अपनी प्रोग्रेस में सुधार नहीं करते, तो मैं निश्चित रूप से मंगल ग्रह पर जाने से पहले ही मर जाऊंगा।
SpaceX Satellites Launch : स्पेसएक्स ने 22 स्टारलिंक सैटेलाइट्स का नया बैच लॉन्च कर दिया है। फाल्कन-9 रॉकेट की मदद से कैलिफोर्निया के वेंडनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से इन सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में पहुंचाया गया।
SpaceX Starship 3rd flight : Elon Musk की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) एक बार फिर तैयार है। दुनिया का सबसे भारी रॉकेट ‘स्टारशिप’ लॉन्च पैड पर पहुंच गया है।
SpaceX Starship rocket : दुनिया के सबसे भारी रॉकेट ‘स्टारशिप’ की सेकंड टेस्ट फ्लाइट नाकामयाब रही और मैक्सिको की खाड़ी के ऊपर रॉकेट में विस्फोट हो गया। हालांकि इससे कंपनी की योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ा है।