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Satellite Internet - ख़बरें

  • Starlink सैटेलाइट इंटनेट सर्विस का इंडिया लॉन्च बेहद नजदीक! टेस्टिंग शुरू, इन शहरों में बनेंगे अर्थ स्टेशन
    भारत में हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट का इंतजार अब जल्द खत्म हो सकता है। Elon Musk की कंपनी SpaceX अपने सैटेलाइट ब्रॉडबैंड प्रोजेक्ट Starlink को भारत में लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी ने देश में अपने सिक्योरिटी टेस्टिंग फेज की शुरुआत कर दी है, जो कमर्शियल सर्विस शुरू करने से पहले की एक जरूरी प्रोसेस है। अगर सब कुछ प्लान के हिसाब से चला और रेगुलेटरी अप्रूवल्स समय पर मिल गए, तो Starlink 2026 की शुरुआत तक भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है।
  • Starlink के सैटेलाइट गिर रहे हैं! पृथ्वी के लिए नया खतरा
    स्टारलिंक के सैटेलाइट लगभग रोजाना पृथ्वी पर वापस गिर रहे हैं। जिससे वैज्ञानिकों में अंतरिक्ष मलबे की संभावित चेन रिएक्शन के बारे में चिंता बढ़ रही है, जो धरती की निचली कक्षा की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं। प्राप्त किए गए डेटा के अनुसार मौजूदा समय में लगभग एक से दो स्टारलिंक सैटेलाइट प्रतिदिन पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश करते हैं। अगर ऐसा ही जारी रहता है तो आने वाले वर्षों में और अधिक तारामंडलों के पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करने के साथ सैटेलाइट वापस गिरने की यह संख्या प्रतिदिन पाँच तक बढ़ सकती है।
  • Starlink Satellite Internet: Elon Musk की सर्विस कब होगी शुरू, कितनी होगी कीमत? यहां जाने सब कुछ
    भारत सरकार के DoT ने Elon Musk की कंपनी Starlink को पहले ही स्पेक्ट्रम अप्रूवल दे दिया है। कंपनी 2025 के अंत तक देश में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है। मुंबई को ऑपरेशन हब बनाया जा सकता है और शुरुआत में 10 ग्राउंड बेस स्टेशंस लगाए जा सकते हैं। स्पीड 25 से 220 Mbps तक होने की उम्मीद है, जबकि शुरुआती किट की कीमत 30,000 से 35,000 रुपये के बीच हो सकती है और मंथली सब्सक्रिप्शन 3,000-4,200 रुपये तक रह सकता है।
  • भारत के इंटरनेट के मार्केट में जल्द होगी Musk की स्टारलिंक की एंट्री, Reliance Jio को मिलेगी टक्कर 
    स्टारलिंक को अब केंद्र सरकार से स्पेक्ट्रम हासिल करने, इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और टेस्टिंग और ट्रायल के जरिए यह दिखाने की जरूरत होगी कि कंपनी सिक्योरिटी से जुड़े रूल्स को पूरा कर रही है। पिछले तीन वर्षों से स्टारलिंक देश में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने के लिए लाइसेंस मिलने का इंतजार कर रही थी।
  • सोलर तूफानों से Elon Musk की Starlink के सैटेलाइट्स आसमान से गिर रहे
    अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के Goddard Space Flight Centre में स्पेस फिजिसिस्ट, Denny Oliveira ने पिछले कुछ वर्षों में धरती पर वापस गिरे स्टारलिंक के 523 सैटेलाइट्स पर एक स्टडी की अगुवाई की है। इस स्टडी में पता चला है कि सूर्य में विस्फोटों से बनने वाले जियोमैग्नेटिक तूफानों से वातावरण में खिंचाव बढ़ता है और इससे सैटेलाइट्स ऑर्बिट से गिरकर तेजी से वातावरण में दोबारा एंट्री करते हैं।
  • Starlink सैटेलाइट इंटरनेट कनेक्शन के लिए लगेगी स्पेशल किट. जानें कितना होगा खर्चा?
    भारत में Elon Musk की कंपनी Starlink को सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस मिल चुका है और अब इसके कमर्शियल लॉन्च की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। Starlink का दावा है कि वह देश के दूर-दराज और नेटवर्क से कटे इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाएगा, वो भी बिना किसी मोबाइल टावर या फाइबर लाइन के। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, Starlink इंडिया में 10 डॉलर, यानी करीब 840 रुपये मासिक कीमत वाला एक बेसिक इंटरनेट प्लान ऑफर करने की तैयारी में है, लेकिन इस प्लान से पहले यूजर्स को एक बार में मोटी रकम चुकानी पड़ सकती है, जो Starlink की इंटरनेट किट के लिए ली जाएगी, जिसमें सैटेलाइट डिश, राउटर, केबल्स और बाकी जरूरी इक्विपमेंट शामिल होंगे।
  • Starlink in India: 3,000 रुपये मंथली प्लान के साथ हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट, इंस्टॉलेशन फीस भी हुई लीक
    एलन मस्क (Elon Musk) की सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी स्टारलिंक (Starlink) भारत में अपनी सर्विस को जल्द ही लॉन्च करने की तैयारी में है। हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने भारत के लिए सर्विस की कीमत तय करने और लॉन्च स्ट्रैटेजी को फाइनल रूप दे दिया है। ग्राहकों को स्टारलिंक सैटेलाइट डिश के लिए कथित तौर पर लगभग 33,000 रुपये का वनटाइम पेमेंट करना होगा, जबकि अनलिमिटेड डेटा एक्सेस के लिए मंथली सब्सक्रिप्शन 3,000 रुपये प्रति माह होने की उम्मीद है।
  • Elon Musk की Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को भारत की हरी झंडी!
    सैटेलाइट‑बेस्ड इंटरनेट के फ्यूचर की ओर एक बड़ा कदम रखते हुए, Elon Musk की Starlink को भारत के दूरसंचार मंत्रालय से सैटकॉम (Satcom) सर्विसेज लाइसेंस मिल गया है। यह India में Eutelsat‑OneWeb और Reliance Jio‑SES के बाद तीसरी कंपनी है जिसे यह मंजूरी मिली है। इससे Starlink को कमर्शियल सेवाएं शुरू करने का रास्ता मिल गया है, खासकर उन इलाकों में जहां पारंपरिक नेटवर्क पहुंच नहीं पाता। हाल ही में Starlink ने जोर दिया था कि स्पेक्ट्रम को एडमिनिस्ट्रेटिव रूप से एलोकेट करना चाहिए, न कि ऑक्शन में बेचना चाहिए और भारत सरकार ने इसका पक्ष भी लिया था, जिसपर Reliance Jio और Bharti Airtel ने आपत्ती भी जताई थी।
  • भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है Elon Musk की Starlink
    कंपनी को टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) की ओर से ग्लोबल मोबाइल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस मिल सकता है। इस लाइसेंस से सैटेलाइट बेस्ड नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर्स को सैटेलाइट टर्मिनल्स लगाने की अनुमति मिलती है। स्टारलिंक को लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) में बताई गई सिक्योरिटी कम्प्लायंस से जुड़ी शर्तों को 7 जून तक पूरा करने की समयसीमा दी गई थी और कंपनी ने इसे पूरा कर दिया है।
  • भारत में सैटेलाइट इंटरनेट की कीमत होगी 840 रुपये से भी कम? Airtel, Jio की बढ़ेगी टेंशन!
    भारत में सैटेलाइट इंटरनेट को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जल्द ही देश में लॉन्च होने वाली Starlink की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा अपने अनलिमिटेड डेटा प्लान्स की शुरुआती कीमत 10 डॉलर (करीब 840 रुपये) प्रति माह से भी कम रख सकती हैं। यानी ग्रामीण और रिमोट इलाकों में जहां अब तक इंटरनेट पहुंचना मुश्किल था, वहां भी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी 1,000 रुपये से कम में उपलब्ध हो सकती है। यह कीमत कथित तौर पर शुरुआती यूजर्स को आकर्षित करने के लिए तय की गई है, ताकि कंपनियां 1 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर बेस बना सकें।
  • भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए Elon Musk की स्टारलिंक को मिला लाइसेंस
    बिलिनेयर Elon Musk की Starlink को यह सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विसेज उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से अनुमति मिल गई है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने स्टारलिंक को इसके लिए लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) जारी किया है। स्टारलिंक को मस्क की रॉकेट कंपनी SpaceX ने डिवेलप किया है। यह सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कई देशों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराती है।
  • देश में एलन मस्क की स्टारलिंक की इंटरनेट सर्विस शुरू होने से पहले जारी हुए सिक्योरिटी रूल
    इन रूल्स के तहत, देश के बॉर्डर से बाहर मौजूद किसी टर्मिनल से यूजर्स के कनेक्शन को लिंक करने पर रोक लगाई गई है। इसके साथ ही सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस देने वाली कंपनियां अपने डेटा की विदेश में प्रोसेसिंग भी नहीं कर सकेंगी। इन कंपनियों के लिए बिजनेस शुरू करने के कुछ वर्षों के अंदर सैटेलाइट नेटवर्क के ग्राउंड सेगमेंट के लिए देश में बने कम से कम 20 प्रतिशत पार्ट्स का इस्तेमाल करना अनिवार्य किया गया है।
  • 7200 सैटेलाइट्स में SpaceX ने जोड़े 28 और नए! ग्लोबल ब्रॉडबैंड नेटवर्क में कंपनी की एक और छलांग ...
    SpaceX कंपनी Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विसेज उपलब्ध करवाती है जिसे कंपनी लगातार एक्सपेंड कर रही है। इसके सैटेलाइट्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। कंपनी ने गुरूवार को स्टारलिंक सैटेलाइट के तारामंडल में 28 नए मेंबर जोड़ दिए। कंपनी के 7200 सैटेलाइट्स पहले से ही Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस उपलब्ध करवाने के लिए पृथ्वी की निचली कक्षा में तैनात हैं। सैटेलाइट इंटरनेट पृथ्वी के दुर्गम हिस्सों में भी पहुंच सकता है।
  • चाइनीज सैटेलाइट फोन से आतंकियों की मदद? पहलगाम अटैक में इस ब्रांड का नाम आया सामने
    आंतरिक सूत्रों का हवाला देते हुए रिपब्लिक वर्ल्ड की रिपोर्ट दावा करती है कि जांच एजेंसियों को इस फोन की एक्टिविटी अटैक के वक्त पहलगाम के आसपास मिली थी। यानी जब हमला हो रहा था, उस दौरान यह फोन उस एरिया में मूव कर रहा था। इससे शक और भी गहरा हो गया कि आतंकियों के पीछे कोई हाई-टेक कम्युनिकेशन सेटअप काम कर रहा था।
  • Pahalgam Attack: पाकिस्तान पर पैनी नजर रखने ISRO लॉन्च करेगी नया एडवांस्ड 'जासूसी सैटेलाइट', जानें इसके बारे में
    आंतकवाद के बढ़ते खतरे को देख भारत की स्पेस एजेंसी अब एक ऐसा सैटेलाइट लॉन्च करने जा रही है जो भारत की सीमा पर पैनी नजर रखेगा। हर तरह के मौसम में अपना काम बखूबी कर सकेगा। भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO इस स्पेशल रडार इमेजिंग सैटेलाइट EOS-09 को अगले कुछ ही हफ्तों के भीतर लॉन्च करने वाली है। मौसम में अगर बादल छाए हुए हैं तो यह बादलों के पार भी देख पाएगा।

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