जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए। आंतकवाद के बढ़ते खतरे को देख भारत की स्पेस एजेंसी अब एक ऐसा सैटेलाइट लॉन्च करने जा रही है जो भारत की सीमा पर पैनी नजर रखेगा। यह अंतरिक्ष से ही बॉर्डर की निगरानी करेगा और हर तरह के मौसम में अपना काम बखूबी कर सकेगा। भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO इस स्पेशल रडार इमेजिंग सैटेलाइट को अगले कुछ ही हफ्तों के भीतर लॉन्च करने वाली है।
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन का यह सैटेलाइट कई खास क्षमताओं से लैस होगा। स्पेस एजेंसी के अनुसार, यह दिन और रात, दोनों ही समय में फोटो कैप्चरिंग कर सकेगा। इतना ही नहीं, मौसम में अगर बादल छाए हुए हैं तो यह बादलों के पार भी देख पाएगा। दावा किया जा रहा है कि सैटेलाइट की नजर से किसी भी तरह के सामान जैसे हथियारों आदि को छुपाया नहीं जा सकेगा। यह अंतरिक्ष में गिद्ध के समान मंडराता हुआ धरती पर पैनी नजर रखेगा। इसलिए कंपनी ने इसे स्पाई सैटेलाइट यानी जासूस सैटेलाइट का नाम दिया है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के केंद्रीय मंत्री डा. जितेंद्र सिंह ने
कहा कि ISRO अपना PSLV-C61 मिशन लॉन्च करने जा रही है। इस मिशन के तहत स्पेस एजेंसी स्टेट ऑफ दि आर्ट सैटेलाइट EOS-09 को अंतरिक्ष में भेजेगी। यह सैटेलाइट C-बैंड सिंथेटिक अपर्चर रडार से लैस है। जिसकी मदद से यह धरती की सतह की हाई-रिजॉल्यूशन इमेज कैप्चर कर सकेगा। और यह काम सैटेलाइट हर तरह के मौसम में कर पाएगा, फिर चाहे दिन हो या रात, बारिश हो या बादल!
रडार इमेजिंग सैटेलाइट को भारतीय वैज्ञानिकों ने ही बनाया है। भारत के सैटेलाइट्स की संख्या 50 है जो पहले से ही पृथ्वी की कक्षा में घूम रहे हैं। यह रडार सैटेलाइट इसमें नया एडिशन होगा। भारत का अत्याधुनिक Cartosat-3 सैटेलाइट पहले से ही सर्विस में है। यह पृथ्वी की निचली कक्षा से आधे मीटर से भी कम दूरी तक हाई रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें भेज सकता है। लेकिन यह सैटेलाइट रात में जैसे अंधा हो जाता है, और दुश्मन अपने हथियार छुपाकर ले जा सकता है। मगर नया EOS-9 हमेशा यह पता लगा सकता है कि दुश्मन क्या छिपाने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि यह कभी अंधा नहीं होता।