फाइनेंशियल एसेट्स को रूस की सरकार बिना एक्चेंज को शामिल किए सीधे हासिल कर सकती है। डिजिटल एसेट्स की गारंटी वाली सिक्योरिटीज को भी एसेट होल्डर्स को पहले से सूचना दिए बिना कानूनी तौर पर रद्द किया जा सकता है
रूस के सेंट्रल बैंक ने प्रतिबंधों के कारण डिजिटल रूबल के ट्रायल की स्पीड बढ़ाने का फैसला किया है। डिजिटल रूबल को 2024 में लॉन्च करने की योजना बनाई गई थी लेकिन अब इसे अगले वर्ष लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है
पिछले वर्ष CBR ने क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस बढ़ने के कारण फाइनेंशियल सिस्टम के कमजोर होने की आशंका जताई थी। इसके अधिकारियों का कहना था कि रूस के फाइनेंशियल मार्केट में क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल होने की गुंजाइश नहीं है
इससे पहले सेंट्रल बैंक ने क्रिप्टोकरेंसीज की माइनिंग और ट्रेडिंग पर पूरी तरह रोक लगाने का प्रस्ताव दिया था। रूस के लोग प्रति वर्ष लगभग 5 अरब डॉलर की क्रिप्टोकरेंसीज से जुड़ी ट्रांजैक्शंस करते हैं
यूक्रेन में क्रिप्टो में मिलने वाली डोनेशन का इस्तेमाल फ्यूल जैसी आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए किया जा रहा है। इसके अलावा इस डोनेशन से मिलिट्री के लिए साजो सामान भी खरीदा जा रहा है
कों को अंतरराष्ट्रीय बैंक मैसेजिंग सिस्टम SWIFT से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया है और अब उन्हें यूरोपीय संघ के बाजारों से पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के लिए एसेट फ्रीज के अधीन किया जाएगा।
हाल ही में रूस क्रिप्टो सेगमेंट पर बैन लगाने पर विचार कर रहा था। रूस का कहना था कि इसमें वोलैटिलिटी और इससे जुड़ी ट्रांजैक्शंस को ट्रेस नहीं कर पाना बड़ी समस्याएं हैं
यूक्रेन की बड़ी क्रिप्टो फर्मों में शामिल Everstake अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में डोनेशन देने की सुविधा भी जोड़ेगी। बहामास का एक्सचेंज FTX डोनेट किए गए फंड को डॉलर में कन्वर्ट करेगा और फिर इसे नेशनल बैंक ऑफ यूक्रेन को भेजा जाएगा
पिछले महीने के अंत में रूस के हमले के बाद से यूक्रेन की सरकार रूस के साथ कारोबार बंद करने के लिए विभिन्न देशों और कंपनियों से निवेदन कर रही है। PayPal और शेल जैसी कंपनियों ने रूस से बाहर निकलने के लिए कदम उठाए हैं
बिटकॉइन की ग्लोबल ट्रेडिंग की कुल वॉल्यूम में रूस की हिस्सेदारी बहुत कम है। बिटकॉइन की प्रति दिन की एवरेज ट्रेडिंग वॉल्यूम 20 अरब से 40 अरब डॉलर के बीच रहती है
यूक्रेन पर हमला करने के कारण रूस की करंसी रूबल की वैल्यू नीचे गिरने लगी है और रशियन नागरिक अब अपनी रकम को बिटकॉइन से बदल रहे हैं जिससे रूस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों का उन पर कम असर हो