विंडोज डिवाइसेज के यूजर्स को जाली ह्युमन वेरिफिकेशन पेज के जरिए निशाना बनाकर उनके डिवाइसेज में इनफॉर्मेशन की चोरी करने वाला मैलवेयर पहुंचाया जा रहा है। इस मैलवेय की पहचान Lumma Stealer के तौर पर की गई है। सायबरसिक्योरिटी फर्म ने ऐसी कई फिशिंग वेबसाइट्स को खोजा गया है जो जाली वेरिफिकेशन पेज का इस्तेमाल कर यूजर्स को मैलवेयर के डाउनलोड में फंसा रही हैं।
मैलवेयर या बॉट एक तरह के सॉफ्टवेयर या मोबाइल ऐप्लिकेशन होते हैं, जिन्हें किसी कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस पर इस्तेमाल किए जा रहे सॉफ्टवेयर या इनके यूजर्स को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाया जाता है।
'Daam' फोन कॉल रिकॉर्डिंग, कॉन्टैक्ट्स को हैक करने, कैमरे का एक्सेस प्राप्त करने, डिवाइस पासवर्ड को बदलने, स्क्रीनशॉट कैप्चर करने, SMS चोरी करने, फाइल डाउनलोड/अपलोड करने और C2 (कमांड-एंड-कंट्रोल) सर्वर से ट्रांसमिट करने में भी सक्षम है।
Android Malware : एंटीवायरस बनाने वाली कंपनी McAfee की मोबाइल रिसर्च टीम ने दावा किया है कि उसे 60 से ज्यादा ऐसे ऐप्स का पता चला, जिनमें गोल्डोसन (Goldoson) नाम का मैलेवयर है।
थाईलैंड की मिनिस्ट्री और डिजिटल इकॉनमी एंड सोसायटी (डीईएस) और नेशनल साइबर सुरक्षा एजेंसी (एनसीएसए) ने 203 ऐसे ऐप्स की खोज की है, जिनके मंसूबे अच्छे नहीं हैं।
Google द्वारा इस मामले में दी गई जानकारी में यह नहीं बताया गया है कि कौन से डिवाइस या ओईएम इससे प्रभावित हुए थे, लेकिन यह मालवेयर फाइलों के उदाहरण के हैश को दिखाता है।
शार्कबॉट मैलवेयर बेहद खतरनाक ट्रोजन है, जो लोगों की बैंकिंग डिटेल्स को चुराता है। ये मैलवेयर असली दिखने वाले बैंकिंग लॉग-इन फॉर्म्स दिखाते हैं, जिन्हें यूजर्स बिना शक किए भर देते हैं और अपने अहम लॉगइन डिटेल्स खतरनाक हाथों में डाल देते हैं।
ये ऐप्स अपना नाम और आइकन बदल देते हैं, जिससे यूजर को इस बात की भनक तक नहीं पड़ती कि उसके स्मार्टफोन पर एक ऐसा ऐप है, जो उसकी निजी जानकारी चुरा सकता है।