• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • ऑनलाइन फ्रॉड में हो रहा 'जीरो क्लिक' मालवेयर का इस्तेमाल! क्या है जीरो क्लिक अटैक? कैसे काम करता है, जानें सबकुछ

ऑनलाइन फ्रॉड में हो रहा 'जीरो-क्लिक' मालवेयर का इस्तेमाल! क्या है जीरो-क्लिक अटैक? कैसे काम करता है, जानें सबकुछ

ऑनलाइन जालसाजों ने जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

ऑनलाइन फ्रॉड में हो रहा 'जीरो-क्लिक' मालवेयर का इस्तेमाल! क्या है जीरो-क्लिक अटैक? कैसे काम करता है, जानें सबकुछ

अब ऑनलाइन जालसाजों ने जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

ख़ास बातें
  • ऑनलाइन फ्रॉड अब एक कदम आगे पहुंच गया है
  • 20 से अधिक देशों के लगभग 100 लोगों को जीरो-क्लिक अटैक से बनाया निशाना
  • मालवेयर को इंस्टॉल करने के लिए किसी लिंक पर क्लिक करवाने की भी जरूरत नहीं
विज्ञापन
ऑनलाइन फ्रॉड अब एक कदम आगे पहुंच गया है। अगर आप सोच रहे हैं कि आप किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें तो आप इससे बच सकते हैं, तो यह खबर आपके लिए ही है। अब ऑनलाइन जालसाजों ने जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। क्या होता है जीरो क्लिक अटैक, यह कैसे काम करता है, आइए आपको विस्तार से बताते हैं।

जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर क्या है
जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर का इस्तेमाल अब ऑनलाइन फ्रॉड में होने लगा है। जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, जीरो क्लिक यानी बिना क्लिक किए भी किसी को फ्रॉड का शिकार बनाया जा सकता है। यानी कि अगर यूजर किसी अनजान लिंक के लिए कोई एक्शन नहीं भी लेता है तब भी फ्रॉड या साइबर हैक हो सकता है। इसमें पीड़ित को पता भी नहीं चलता है कि उसके साथ कुछ गलत हो रहा है। ये पूरी तरह से रिमोट अटैक होते हैं जिनमें यूजर का एक्शन करना या न करना मायने नहीं रखता है। 

जब भी कोई अनचाहा व्यक्ति आपके डिवाइस को कंट्रोल करने की कोशिश करता है उसके लिए एक स्पाई सॉफ्टवेयर आपके डिवाइस में एक्टिवेट करने की कोशिश की जाती है। इसके लिए जालसाज मोबाइल, लैपटॉप या टैबलेट पर एक लिंक भेजते हैं जिस पर क्लिक करते ही स्पाई सॉफ्टवेयर डिवाइस में एक्टिवेट हो जाता है। लेकिन जीरो-क्लिक में ऐसा नहीं है। 

जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर को इंस्टॉल करने के लिए किसी लिंक पर क्लिक करवाने की भी जरूरत नहीं होती है। इसलिए यह और ज्यादा खतरनाक माना जाता है। चूंकि यहां पर किसी तरह की एक्टिविटी नहीं होती है तो इसके निशान खोजना भी बहुत मुश्किल होता है। इनका पता लगा पाना एक बेहद कठिन काम है। 

Zero-click अटैक कई सालों से देखने में आ रहे हैं। स्मार्टफोन्स के आने के बाद से इनका काम और आसान हो गया है कि स्मार्टफोन अब कहीं ज्यादा पर्सनल डेटा स्टोर करके रखते हैं। अब व्यक्तिगत रूप से लोग, और संस्थाएं तक मोबाइल डिवाइसेज पर निर्भर करने लगे हैं। इसलिए जीरो-क्लिक अटैक की जानकारी होना भी बहुत आवश्यक हो जाता है। 

जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर कैसे काम करता है
जीरो-क्लिक हैक किसी सिस्टम में घुसने के लिए डेटा वैरिफिकेशन लूपहोल का इस्तेमाल करता है। किसी सिस्टम में मौजूद अधिकतर सॉफ्टवेयर साइबर सेंध से बचाने के लिए डेटा वैरिफिकेशन का इस्तेमाल करते हैं। इनमें मौजूद हल्का सा लूपहोल ही साइबर अपराधियों को अटैक करने का मौका दे देता है। अक्सर, जीरो-क्लिक अटैक उन ऐप्स को टारगेट करते हैं जो मैसेजिंग या वॉयस कॉलिंग सुविधा देते हैं क्योंकि ये सर्विस अविश्वसनीय सोर्स से डेटा रिसीव करने और उसे समझने के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं। हमलावर आमतौर पर डिवाइस से समझौता करने वाले कोड को इंजेक्ट करने के लिए खास बनाए गए डेटा का इस्तेमाल करते हैं। इनमें छिपे हुए टेक्स्ट मैसेज या इमेज फाइल शामिल हो सकते हैं। 

 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
Turbo Read

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. आ गया Neo ह्यूमनॉइड रोबोट, घर में सफाई से लेकर करेगा रसोई के काम, जानें कितनी है कीमत
  2. IND vs AUS Live: भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल मैच LIVE ऐसे देखें बिल्कुल फ्री!
  3. मजबूत पासवर्ड बनाने के इन टिप्स को फॉलो कर लिया, तो अकाउंट कभी नहीं होगा हैक!
  4. अगर मोबाइल में नजर आए ये 5 अजीबोगरीब एक्टिविटी तो हो सकता है हैक, ऐसे करें चेक
  5. ये छोटा सा डिवाइस आपके पुराने टीवी को भी बना देगा स्मार्ट टीवी, जानें कैसे
  6. E-Passport: UAE में भारतीयों को मिलेगा नया चिप वाला ई-पासपोर्ट, ऐसे करें अप्लाई
  7. iQOO Neo 11: गेमर्स के लिए आया मिड-रेंज फोन, इसमें है 7500mAh बैटरी और कूलिंग सिस्टम, जानें कीमत
  8. फ्लिपकार्ट पर बंपर डिस्काउंट के साथ मिल रही 15000 में आने वाले फुल ऑटोमैटिक वॉशिंग मशीन, ये हैं बेस्ट डील्स
#ताज़ा ख़बरें
  1. Apple के नए MacBook और iPads में मिल सकती है OLED स्क्रीन
  2. iQOO Neo 11: गेमर्स के लिए आया मिड-रेंज फोन, इसमें है 7500mAh बैटरी और कूलिंग सिस्टम, जानें कीमत
  3. Huawei Mate X7 के लॉन्च की तैयारी, मिल सकता है 7.95 इंच फोल्डेबल डिस्प्ले 
  4. Smartphone Blast: हाथ में फट गया Samsung का ये नया फ्लैगशिप फोन! फिर उठे सेफ्टी पर सवाल
  5. बैंक के Wi-Fi का नाम अचानक हुआ 'Pak Zindabad', मच गया हड़कंप!
  6. इतना छोटा, लेकिन है पावरहाउस! Asus के नए Mini Gaming PC का कॉन्फिगरेशन जानकर रह जाओगे दंग
  7. BSNL को मिले Bharti Airtel से ज्यादा नए मोबाइल सब्सक्राइबर्स
  8. IND vs AUS Live: भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल मैच LIVE ऐसे देखें बिल्कुल फ्री!
  9. मुनाफा बढ़ने के बाद भी इस बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी ने नौकरी से निकाल दिए 200 से ज्यादा कर्मचारी
  10. प्रदूषण से परेशान? Rs 20 हजार से सस्ते मिल रहे ये एयर प्यूरिफायर, खरीदने से पहले ध्यान रखें ये बातें
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »