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Intelligence - ख़बरें

  • AI हर बीमारी का इलाज कर सकता है? DeepMind के CEO ने किया चौंकाने वाला दावा
    क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाकई सभी बीमारियों का इलाज ढूंढ सकता है? DeepMind के CEO और AI साइंटिस्ट Demis Hassabis का जवाब है, “हां, बिल्कुल।” हाल ही में CBS 60 Minutes को दिए एक इंटरव्यू में Hassabis ने कहा कि अगर सब कुछ सही दिशा में चलता रहा, तो AI अगले 10 सालों में दुनिया की हर बीमारी के इलाज का रास्ता दिखा सकता है।
  • 2030 तक AI होगा इंसानों से ज्यादा स्मार्ट! मानवता के लिए खतरा- स्टडी
    आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) को लेकर एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। रिसर्च में कहा गया है कि यह 2030 तक हमारे बीच काम कर रहा होगा। यह इंसानों से कहीं ज्यादा स्मार्ट हो चुका होगा और यह मानवता को पूरी तरह से नष्ट कर देगा। Google DeepMind की ओर से यह चौंकाने वाला खुलासा किया गया है। इससे गंभीर नुकसान का संभावित खतरा पैदा हो सकता है।
  • AI ले लेगा इंसानों की जगह! बिल गेट्स ने बताया, सिर्फ ये 3 तरह की नौकरियां बचेंगी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जिस रफ्तार से आगे बढ़ रही है, उससे भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। टेक्नोलॉजी के इस दौर में इंसान की भूमिका कितनी बचेगी और कितनी खत्म होगी, इस पर दुनिया के बड़े दिमाग अलग-अलग राय रख रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स का मानना है कि अगले दस सालों में AI इतना एडवांस हो जाएगा कि इंसानों की जरूरत "ज्यादातर चीजों" के लिए नहीं रहेगी।
  • AI से चाहिए सटीक रिजल्ट तो OpenAI के प्रेसिडेंट के ये टिप्स आएंगे काम
    OpenAI के प्रेसिडेंट ग्रेग ब्रॉकमैन ने हाल ही में AI प्रॉम्प्ट तैयार करने के लिए एक प्रभावी तरीका साझा किया है जो रिस्पॉन्स की सटीकता को काफी बढ़ाता है। यह तरीका यह सुनिश्चित करता है कि AI अनुरोध को साफ तौर पर समझता है और आउटपुट क्वालिटी में सुधार करता है। इस तरीके को फॉलो करके यूजर्स एआई जनरेटेड रिजल्ट की एफिशिएंसी और प्रासंगिगकता को अधिकतम कर सकते हैं।
  • AI छीन लेगा प्रोग्रामर्स की नौकरी? Zoho के फाउंडर का बड़ा खुलासा
    ​आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के मेनस्ट्रीम में आने के बाद से लोगों के मन में केवल एक ही सवाल रहता है कि कहीं भविष्य में AI हमारी नौकरी के लिए खतरा तो साबित नहीं होगा। अब, इसी डर को Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बु की भविष्यवाणी और बढ़ा देती है, जिसमें उन्होंने कहा है कि AI प्रोग्रामिंग के 90% काम को संभाल लेगा, खासकर दोहराए जाने वाले कार्यों को। हालांकि, केवल इतने से किसी निर्णय पर पहुंचना समझदारी नही होगी, क्योंकि उन्होंने अपने पोस्ट में कई अन्य तर्क भी दिए हैं।
  • Apple इंटेलिजेंस फीचर्स को लेकर Apple पर हुआ केस, जानें पूरा मामला
    Apple के मार्केटिंग कैंपेन ने एक दमदार उम्मीद पैदा की थी कि iPhone 16 सीरीज के रिलीज होने पर AI बेस्ड Siri अपग्रेड समेत Apple इंटेलिजेंस फीचर्स उपलब्ध होंगे। हालांकि, इनमें से कई फीचर्स देरी से उपलब्ध हुए और कुछ अभी तक उपलब्ध नहीं हैं। केस में आरोप लगाया गया है कि Apple ने सेल्स बढ़ाने के लिए जानबूझकर इन कैपेसिटी को प्रमोट दिया, जिससे ग्राहकों को नहीं मिलीं।
  • MacBook Air (2025) भारत में Rs 99,900 की शुरुआती कीमत में लॉन्च, 15 इंच डिस्प्ले, 18 घंटे की है बैटरी!
    Apple ने अपना एंट्री लेवल लैपटॉप MacBook Air (2025) भारत में लॉन्च कर दिया है। यह लैपटॉप कंपनी के 10 कोर चिपसेट M4 के साथ आता है। नए लैपटॉप को कंपनी ने 13 इंच डिस्प्ले, और 15 इंच डिस्प्ले साइज में लॉन्च किया है। इसमें 16 जीबी तक रैम, और 2TB तक SSD स्टोरेज दी गई है। लपैटॉप में Apple Intelligence का सपोर्ट भी दिया गया है। कीमत 99,900 रुपये से शुरू।
  • Vivo की पावरफुल बैटरी के साथ T4x 5G के लॉन्च की तैयारी
    Vivo का दावा है कि T4x 5G में इस सेगमेंट की सबसे पावरफुल बैटरी होगी। यह स्मार्टफोन पिछले वर्ष पेश किए गए T3x 5G की जगह लेगा। T3x 5G में प्रोसेसर के तौर पर Snapdragon 6 Gen 1 दिया गया था। इस स्मार्टफोन की बैटरी 6,000 mAh की है। इसका रियर पैनल रेक्टैंगुलर कैमरा मॉड्यूल के साथ दिख रहा है। इस स्मार्टफोन का प्राइस 15,000 रुपये से कम रखा जा सकता है।
  • PC का बड़ा मार्केट बना भारत, बिक्री बढ़कर 1.44 करोड़ यूनिट्स पर पहुंची
    पिछले वर्ष PC की बिक्री बढ़कर लगभग 1.44 करोड़ यूनिट्स की रही है। यह वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 3.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। इस मार्केट में अमेरिकी कंप्यूटिंग डिवाइसेज मेकर HP की सबसे अधिक हिस्सेदारी है। इस मार्केट में Lenovo का दूसरा स्थान है। इसके बाद Dell, Acer और Asus हैं। PC की शिपमेंट्स में बढ़ोतरी के पीछे सरकारी खरीदारी बढ़ना और AI फीचर्स वाले PC की अधिक डिमांड प्रमुख कारण हैं।
  • Apple ने अफोर्डेबल iPhone 16e में पेश किया बेहतर एफिशिएंसी वाला C1 5G सेल्युलर मॉडम
    कंपनी के इस अफोर्डेबल आईफोन में OLED डिस्प्ले और Apple Intelligence फीचर्स के लिए सपोर्ट है। इसमें एक बड़ा अपग्रेड कंपनी का नया प्रॉपराइटरी C1 मॉडम के तौर पर किया गया है। एपल ने 5G मॉडम की सप्लाई के लिए Qualcomm पर निर्भरता घटाने की कोशिश में पिछले कुछ वर्षों में बड़ा खर्च कर C1 मॉडम बनाया है। कंपनी का दावा है कि यह आईफोन का सबसे अधिक एफिशिएंसी वाला मॉडम है।
  • iPhone SE लॉन्च के लिए इंतजार खत्म, अगले हफ्ते देगा दस्तक!
    iPhone SE के लॉन्च के बारे में लेटेस्ट लीक कहता है कि कंपनी इसे अगले हफ्ते रिलीज कर सकती है। एपल इसके लिए कोई लॉन्च इवेंट नहीं रखेगी, बल्कि इन डिवाइसेज को सीधे कंपनी की वेबसाइट पर रिलीज किया जाएगा। सेल फरवरी के अंत में शुरू हो सकती है। लेटेस्ट मॉडल iPhone 14 जैसा बताया जा रहा है। इसमें कंपनी के AI सॉफ्टवेयर Apple Intelligence का सपोर्ट भी मिल सकता है।
  • Ola की इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के बाद AI में बड़ी तैयारी, Krutrim AI लैब होगी लॉन्च
    Ola ने Krutrim AI लैब शुरू करने की घोषणा की है। यह लैब Ola Krutrim के आगामी मॉडल्स का बेस होगी। कंपनी AI इनोवेशंस पर कार्य कर रही है। अग्रवाल ने पिछले वर्ष में Krutrim की उपलब्धियों को भी प्रदर्शित किया है। इसके साथ ही Ola ने नए ओपन-सोर्स AI मॉडल्स भी जारी किए हैं। Krutrim में 2,000 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करने की योजना है।
  • 500 करोड़ के निवेश से लेकर 18,000 हाई-एंड GPU तक, AI वॉर में एक्टिव हुआ भारत!
    IndiaAI मिशन के हिस्से के रूप में, सरकार ने देश में एआई रिचर्स एंड डेवलपमेंट को बढ़ाने के लिए पहले ही 18,000 हाई-एंड जीपीयू को सूचीबद्ध कर लिया है। ये जीपीयू एआई मॉडल की ट्रेनिंग के लिए अहम हैं और इनकी संख्या मॉडल कॉम्प्लेक्सिटी, डेटा साइज और ट्रेनिंग ड्यूरेशन जैसे कारकों पर निर्भर करती है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह पहल AI क्षमताओं को मजबूत करने और एडवांस कंप्यूटिंग रिसोर्सेज को टेक्नोलॉजी क्षेत्र के लिए अधिक सुलभ बनाने के भारत के व्यापक प्रयासों के अनुरूप है। इस कदम से स्टार्टअप्स, रिसर्च सेंटर और AI-पावर्ड इनोवेशन पर काम करने वाले बिजनेस को लाभ मिलने की उम्मीद है।
  • मुकेश अंबानी की छात्रों को सलाह, AI पर नहीं अपनी इंटेलिजेंस पर करें भरोसा
    Reliance के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी (PDEU) के 12वें कॉन्वोकेशन में युवा छात्रों को बड़ी सलाल दी। उन्होंने टेक्नोलॉजी पर अत्यधिक निर्भरता के बारे में सचेत करते हुए सोचने की क्षमता को बरकरार रखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के इस्तेमाल करने की जरूरत पर बात की।
  • Google ने बैन किए 23 लाख से अधिक खतरनाक ऐप्स
    गूगल ने बताया है कि पिछले वर्ष 1,58,000 से अधिक डिवेलपर्स को भी बैन किया है। इन डिवेलपर्स के एकाउंट्स से खतरनाक ऐप्स को पब्लिश किया जा रहा था। कंपनी ने खतरे की पहचान के लिए आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल शुरू किया है। AI से ह्युमन रिव्युअर्स को उल्लंघन के मामलों में से 92 प्रतिशत में मैलवेयर और स्पाइवेयर को पकड़ने में मदद की है।

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