स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर्स को इन बदलावों को लागू करने के लिए 90 दिनों की समयसीमा दी गई है। इस ऑर्डर के तहत, नया मोबाइल डिवाइस (Android या iPhone) को खरीदने पर सरकार का संचार साथी ऐप पहले से उसमें इंटीग्रेटेड होगा। DoT के ऑर्डर में यह भी कहा गया है कि यूजर्स को डिवाइसेज के पहली बार सेटअप करने के दौरान यह ऐप तुरंत दिखना चाहिए।
Airtel, Vi जैसे ऑपरेटर्स की तुलना में रिलायंस जियो अभी भी कुछ प्लान बेहद किफायती दाम में पेश करती है। खासकर कंपनी के 1 साल या 365 दिनों की वैधता वाले प्लान काफी किफायती साबित होते हैं। इन प्लान्स की खास बात यह है कि इनमें भरपूर डेली डेटा मिलता है, वैलिडिटी की टेंशन 1 साल के लिए खत्म हो जाती है। इसके अलावा सालभर OTT ऐप्स पर एंटरटेनमेंट का लाभ भी लिया जा सकता है।
इस ऐप के चक्षु फीचर के जरिए संदिग्ध या फ्रॉड कॉल्स और SMS की रिपोर्ट सीधे मोबाइल लॉग से दी जा सकेगी। इस ऐप पर यह भी पता लगाया जा सकेगा कि यूजर के नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शंस जारी किए गए हैं। इसके जरिए गुम या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक, ट्रेस और रिकवर किया जा सकेगा। संचार साथी ऐप Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स के लिए उपलब्ध है।
BSNL अपनी Live TV सर्विस जल्द ही यूजर्स के लिए उपलब्ध करवा सकती है। कंपनी ने मध्य प्रेदश में इसकी टेस्टिंग भी शुरू कर दी है। BSNL अपनी Live TV सर्विस को फाइबर टू दि होम (FTTH) कनेक्शन के माध्यम से उपलब्ध करवा रही है। Live TV देखने के लिए यूजर्स को अनलिमिटिड डेटा दिया जाएगा। यह ऐप Android TV 10 और उससे ऊपर के वर्जन पर काम करता है।
यह ऐप शुरुआत में Android TVs के लिए उपलब्ध है। इसे Google Play Store से डाउनलोड किया जा सकता है। हालांकि, इसके फीचर्स का पता नहीं चला है। इस वर्ष फरवरी में BSNL ने इंटरनेट प्रोटोकॉल टेलीविजन (IPTV) सर्विस को फाइबर के जरिए पेश किया था।
Reliance Jio और Bharti Airtel दोनों टेलीकॉम कंपनियों ने CNAP को लागू करने के खिलाफ चेतावनी दी थी। भारती एयरटेल का कहना था कि इसमें प्राइवेसी कानूनों के पालन की भी जरूरत हो सकती है