बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में शामिल भारती एयरटेल की 5G की कवरेज को बढ़ाने की योजना है। इसके लिए कंपनी अपने कुछ मौजूदा बैंड्स में 4G स्पेक्ट्रम की रीफार्मिंग करेगी। भारती एयरटेल ने इसके लिए अपने मौजूदा 4G बेस स्टेशंस को अपग्रेड करने की भी तैयारी की है। नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए कंपनी ने नोकिया और एरिक्सन को बड़े कॉन्ट्रैक्ट भी दिए हैं।
एक मीडिया
रिपोर्ट के अनुसार, एयरटेल ने 2,300 Hz, 1,800 MHz और 900 Hz बैंड्स में 4G स्पेक्ट्रम की रीफार्मिंग करने की योजना बनाई है। कंपनी नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) आर्किटेक्चर का इस्तेमाल करती है जिसमें मौजूदा 4G कवरेज पर 5G नेटवर्क को इंस्टॉल किया जाता है। रीफार्मिंग की मतलब ऐसा प्रोसस है जिसमें नई टेक्नोलॉजी को सपोर्ट के लिए उन मौजूदा नेटवर्क बैंड्स को रीएलोकेट किया जाता है जिनका कम या बिल्कुल इस्तेमाल नहीं हो रहा है। यह स्ट्रैटेजी B और C सर्कल्स में लागू की जा सकती है। इन सर्कल में पंजाब, उत्तर प्रदेश-पूर्व, उत्तर प्रदेश-पश्चिम, हरियाणा, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, पूर्वोत्तर राज्, असम, जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश आते हैं।
हाल ही में एयरटेल ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट को स्पेक्ट्रम की 3,626 करोड़ रुपये की बकाया रकम का भुगतान किया था। यह स्पेक्ट्रम कंपनी ने 2016 में खरीदा था। इस बकाया रकम के लिए Bharti Airtel को आठ प्रतिशत से ज्यादा का इंटरेस्ट रेट चुकाना पड़ रहा था। कंपनी ने बताया था कि उसने इस कैलेंडर ईयर में 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की स्पेक्ट्रम की बकाया रकम चुकाई है।
भारती एयरटेल ने अपने 5G नेटवर्क का तेजी से विस्तार किया है। हाल ही में कंपनी ने फिनलैंड की टेलीकॉम इक्विपमेंट मेकर Nokia को करोड़ों डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया है। नोकिया ने बताया कि इस डील में उसके 5G AirScale पोर्टफोलियो से इक्विपमेंट का इस्तेमाल करना शामिल है।
एयरटेल की योजना अपनी कवरेज और कैपेसिटी को बढ़ाने की है। इसके लिए नोकिया को यह कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। इसमें एयरटेल के मौजूदा 4G नेटवर्क को मल्टीबैंड रेडियोज और बेसबैंड इक्विपमेंट के साथ मॉडर्नाइज करना भी शामिल है। ये इक्विपमेंट 5G नेटवर्क को भी सपोर्ट कर सकते हैं। इस महीने की शुरुआत में एयरटेल ने बताया था कि उसके नेटवर्क पर 8 अरब से ज्यादा स्पैम कॉल्स की चेतावनी दी गई है। कंपनी ने लगभग ढाई महीने पहले स्पैम कॉल्स और मैसेज की समस्या से निपटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( AI) से जुड़ा सॉल्यूशन लागू किया था।