संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल-नेयादी ने इतिहास रच दिया है। यूएई का यह एस्ट्रॉनॉट अभियान 69 के दौरान स्पेसवॉक करने वाला पहला अरब नागरिक बन गया है। सुल्तान ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर अपना स्पेसवॉक किया और वे स्पेसवॉक करने वाले पहले मुस्लिम यात्री बन गए हैं। संयुक्त अरब अमीरात ने इस पर गर्व जाहिर किया है।
मोहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर (MBRSC) ने यह जानकारी दी है कि सुल्तान अल नेयादी ने
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बाहर 7 घंटे बिताए। ANI की
रिपोर्ट के अनुसार, यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने इस बारे में कहा कि तीन साल के गहन प्रशिक्षण के बाद आज सुल्तान अलनेयादी को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर स्पेसवॉक करते हुए देख रहे हैं। दुबई के शासक ने कहा कि यह देश के लिए गर्व का पल है।
अंतरिक्ष में 7 घंटे से ज्यादा की एक्स्ट्राव्हीकुलर एक्टिविटी (EVA) करने का किसी अरब अंतरिक्ष यात्री के लिए यह पहला मौका था। एक्टिविटी के दौरान सुल्तान ने नासा के चालक दल सदस्य स्टीफन बोवेन के साथ रेडियो फ्रीक्वेंसी ग्रुप यूनिट डिवाइस के एक हिस्से को भी ठीक किया। उन्होंने सोलर एरे इंस्टॉलेशन भी किया। इस घटना के बाद यूएई 10वां ऐसा देश बन गया है जिसने अपने नागरिक को अंतरिक्ष में स्पेस वॉक करवाया है।
स्पेस वॉक करने से पहले अलनेयादी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी थी कि वह इस अभियान के दौरान क्या क्या करने वाले हैं। उन्होंने कहा था कि इसके लिए उन्होंने लम्बी ट्रेनिंग ली है और अब वह इसकी चुनौती लेने के लिए तैयार हैं, और एक नया माइलस्टोन स्थापित करने के लिए तैयार हैं। स्पेसवॉक के दौरान अलनेयादी और बोवेन को दो मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वहां पर रेडिएशन बहुत ज्यादा था और तापमान भी बहुत ज्यादा था। अंतरिक्ष में सूरज की रोशनी में यह तापमान 120 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। जबकि सूरज की रोशनी हटने पर -150 डिग्री सेल्सियस तक गिर भी जाता है।
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