अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मॉस (Roscosmos) एक चुनौती से जूझ रही हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में मौजूद 7 अंतरिक्ष यात्रियों में से 3 अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाने वाला एयरक्राफ्ट ‘सोयुज' (Soyuz) तकनीकी गड़बड़ी का शिकार हो गया है। पिछले महीने इस स्पेसक्राफ्ट में कूलेंट लीक का पता चला था और फिर एक छोटा छेद होने की जानकारी सामने आई। सोयुज को रूस ने बनाया है। हाल में रूस की ओर से बताया गया था कि वह तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने के लिए दूसरा स्पेसक्राफ्ट आईएसएस पर भेजेगी। हालांकि किसी आपत स्थिति से निपटने के लिए एक सीट एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) के स्पेसक्राफ्ट में भी लगाने की योजना है।
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रिपोर्टों के अनुसार,
स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर सवार होकर 4 अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर पहुंचे थे। इस स्पेसक्राफ्ट में एक और सीट लगाने की योजना है। इस सीट को मौजूदा सोयुज स्पेसक्राफ्ट से ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर शिफ्ट किए जाने का प्लान है।
यह कोशिश अपने आप में अनोखी है, क्योंकि यह सब अंतरिक्ष में किया जाना है। नासा अपने प्लान में सफल रही तो जरूरत पड़ने पर अमेरिकी एस्ट्रोनॉट फ्रैंक रुबियो को स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से धरती पर लाया जा सकता है।
गौरतलब है कि सोयुज और ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट अभी आईएसएस पर डॉक हैं। MS-22 नाम का सोयुज स्पेसक्राफ्ट पिछले महीने तकनीकी रूप से ‘फेल' हाे गया था। पहले इसका कूलेंट लीक हुआ और फिर
छोटा छेद होने की जानकारी सामने आई। यह सब कैसे हुआ, जांच की जा रही है। दूसरी ओर,
रूस ने इस स्पेसक्राफ्ट से आईएसएस पर पहुंचे अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने के लिए 20 फरवरी को एक और सोयुज लॉन्च करने की योजना बनाई है।
रिपोर्टों के अनुसार, अगर कोई आपत स्थिति आई, तो तकनीकी रूप से फेल MS-22 सोयुज स्पेसक्राफ्ट से सिर्फ 2 अंतरिक्ष यात्री ही धरती पर वापस आ सकेंगे। ऐसे में नासा एक सीट स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर लगाने की योजना बना रही है। इसे 7 लोगों को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है। ऐसे में सीट की सुविधा होने पर फ्रैंक रुबियो को इसमें मूव किया जा सकता है।