• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • 6500 प्रकाश वर्ष दूर ‘क्रैब नेबुला’ का ये रूप पहली बार आया सामने, Nasa के इस सैटेलाइट ने किया कमाल!

6500 प्रकाश-वर्ष दूर ‘क्रैब नेबुला’ का ये रूप पहली बार आया सामने, Nasa के इस सैटेलाइट ने किया कमाल!

क्रैब नेबुला में धूल और गैस इस तरह से दिखाई देती है, मानो केकड़े के पैर हों, इसीलिए इसे क्रैब नेबुला कहा जाता है।

6500 प्रकाश-वर्ष दूर ‘क्रैब नेबुला’ का ये रूप पहली बार आया सामने, Nasa के इस सैटेलाइट ने किया कमाल!

Photo Credit: Nasa

IXPE सैटेलाइट को 9 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया था। इसकी मदद से क्रैब नेबुला पर जो जानकारी मिली है, उससे क्रैब के अंदरुनी स्‍ट्रक्‍चर का और पता चल सकता है।

ख़ास बातें
  • IXPE सैटेलाइट की मदद से तैयार हुआ मैप
  • चुंबकीय क्षेत्र का मैप तैयार किया गया है
  • पृथ्‍वी से 6500 प्रकाश-वर्ष दूर है क्रैब नेबुला
विज्ञापन
पृथ्‍वी से 6500 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित क्रैब नेबुला (Crab Nebula) वर्षों से वैज्ञानिकों के शोध का विषय रही है। अंतरिक्ष में गैस और धूल से बनी विशाल आकृति को नेबुला कहा जाता है। क्रैब नेबुला में धूल और गैस इस तरह से दिखाई देती है, मानो केकड़े के पैर हों, इसीलिए इसे क्रैब नेबुला कहा जाता है। अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने क्रैब नेबुला के चुंबकीय क्षेत्र का एक विस्तृत मैप तैयार किया है। इसे नासा के इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर (IXPE) ने तैयार किया है। 

नासा ने बताया है कि IXPE सैटेलाइट को 9 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया था। इसकी मदद से क्रैब नेबुला पर जो जानकारी मिली है, उससे क्रैब के अंदरुनी स्‍ट्रक्‍चर का और पता चल सकता है। डेटा से पता चला है कि नेबुला का चुंबकीय क्षेत्र वेला पल्सर विंड नेबुला (Vela Pulsar Wind Nebula) से मिलता जुलता है। यह डोनट के आकार का है। क्रैब नेबुला को लेकर रिसर्चर्स ने पाया है कि इससे हाई-एनर्जी गामा रे यानी किरणें निकल रही हैं। IXPE सैटेलाइट ने जिस तरह के रिजल्‍ट पेश किए हैं, उससे रिसर्चर्स के लिए क्रैब नेबुला और पल्सर दोनों को इन्‍वेस्टिगेट करना मुमकिन हो गया है। क्रैब नेबुला से जुड़े निष्कर्ष नेचर एस्‍ट्रोनॉमी में पब्लिश हुए थे। ये अभी प्रीप्रिंट पर उपलब्ध हैं।

नेबुला को तस्‍वीरों में कैद करना हमेशा से वैज्ञानिकों का एक मकसद रहा है। बीते साल ‘जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलीस्‍कोप' (James Webb Space Telescope) ने टारेंटयुला नेबुला (Tarantula Nebula) की एक इमेज को कैप्‍चर किया था। इस नेबुला को ‘30 डोरैडस' भी कहा जाता है, जो तारों की नर्सरी है। लार्ज मैगेलैनिक क्लाउड आकाशगंगा में 161,000 प्रकाश-वर्ष दूर, टारेंटयुला नेबुला सबसे बड़ा और चमकीला तारा-निर्माण क्षेत्र है। यह आकाशगंगा हमारी मिल्‍की-वे के करीब है। नासा के अनुसार यह अब तक खोजे गए सबसे गर्म और बड़े तारों का घर भी है। 

टारेंटयुला नेबुला इसलिए भी अहम है, क्‍योंकि हमारी आकाशगंगा के विपरीत यहां बहुत तेजी से नए तारों का निर्माण हो रहा है। नासा के मुताबिक यह इलाका हमारी आकाशगंगा के करीब है, इसलिए ब्रह्मांड के अतीत के बारे में और जानने में हमारी मदद करने के लिए इसका विस्तार से अध्ययन करना आसान है।

 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. AI+ Laptap की लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा, लैपटॉप जैसा एक्सपीरिएंस देगा ये टैबलेट!
  2. VinFast की भारत में जल्द इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की तैयारी
  3. Vivo X300 vs OnePlus 15 vs Google Pixel 10: 80K में जानें कौन सा फोन है बेहतर
  4. OnePlus 15R और OnePlus Pad Go 2 का लॉन्च 17 दिसंबर को, यहां जानें कंफर्म्ड स्पेसिफिकेशंस और लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
  5. स्मार्टफोन्स में Sanchar Saathi ऐप को डिलीट करने का मिलेगा ऑप्शनः टेलीकॉम मिनिस्टर
  6. Vivo X300 Pro फ्लैगशिप फोन 200 मेगापिक्सल कैमरा के साथ लॉन्च, 16GB रैम के साथ डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट से लैस
  7. Vivo X300 भारत में 200MP कैमरा, 6040mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें कितनी है कीमत
  8. Gemini की मदद से खुद को बनाए खिलौने जैसा, इन प्रॉम्प्ट्स को करें कॉपी-पेस्ट
  9. Oppo A6x 5G Launched in India: 6500mAh बैटरी, दमदार चिपसेट वाला 'किफायती' ओप्पो फोन हुआ लॉन्च, जानें कीमत
  10. iQOO 15 vs iPhone 17 vs Google Pixel 10: जानें 2025 में कौन सा फोन है बेस्ट?
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »