Sunita Williams on ISS : भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और उनके साथी बुच विलमोर (Butch Wilmore) धरती से 400 किलोमीटर ऊपर
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में ही हैं। अबतक उनकी वापसी हो जानी चाहिए थी, लेकिन जिस बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starliner) से वो वहां पहुंचे, उसमें तकनीकी खराबी आई है और अबतक उसे ठीक नहीं किया जा सका है। इस वाकये ने नासा (Nasa) को भी सवालों के घेरे में खड़ा किया है। सबसे अहम बात कि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की पृथ्वी पर वापसी कैसे होगी। क्या इसमें एलन मस्क (Elon Musk) की स्पेसएक्स मदद कर सकती है?
मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि स्पेसएक्स दोनों एस्ट्रोनॉट्स को बचाने के लिए आगे आ सकती है। स्पेसएक्स को अंतरिक्ष मिशनों में दक्षता हासिल है। हालांकि उसकी मदद लेनी है या नहीं, इस पर फाइनल फैसला नासा को करना होगा। एक विकल्प रूस का भी है। अगर रूस से बात की जाती है तो उसका सोयुज स्पेसक्राफ्ट दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी करा सकता है। पिछले साल रूस ने ऐसा किया भी था।
सुनीता विलियम्स क्यों हैं स्पेस में?
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 5 जून को आईएसएस के लिए उड़ान भरी थी। दोनों बोइंग के स्टारलाइनर में सवार होकर वहां पहुंचे थे। यह एक रीयूजेबल स्पेसक्राफ्ट है, जिसे अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में पहुंचाने और वहां से वापस लाने के लिए डिजाइन किया है। हालिया मिशन 9 दिनों का था, लेकिन स्पेसक्राफ्ट से हीलियम गैस के लीक होने के कारण स्टारलाइनर में खराबी आ गई है। नासा ने कहा था कि दोनों एस्ट्रोनॉट 26 जून तक वापसी कर लेंगे, पर ऐसा नहीं हो पाया है। अब 2 जुलाई तक वापस आने की उम्मीद जताई जा रही है।
अगर स्पेसएक्स को सौंपा गया वापसी का काम?
सवाल है कि अगर स्पेसएक्स को यह काम सौंपा गया कि वह दोनों एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाए तो क्या होगा। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बोइंग और स्पेसएक्स एक-दूसरे की कॉम्पिटिटर हैं। स्पेसएक्स दोनों एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाती है तो बोइंग के स्टारलाइनर प्रोजेक्ट के लिए यह बड़ा झटका होगा। बोइंग ने इस स्पेसक्राफ्ट के डेवलपमेंट पर काफी टाइम और पैसा खर्च किया है।
रूस के पास है काबिलियत
पिछले साल दो रूसी अंतरिक्ष यात्री भी आईएसएस पर फंस गए थे। उनके स्पेसक्राफ्ट से कूलेंट लीक हो गया था और वह समस्या ठीक नहीं हो पाई। उसके बाद रूस ने अपना दूसरा स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी से भेजा और अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी कराई।