क्‍या दूसरी ‘पृथ्‍वी’ मिल गई? 12 प्रकाश वर्ष दूर से एक ग्रह दे रहा सुराग!

ग्रह का नाम YZ Ceti b है। यह पृथ्वी से लगभग 12 प्रकाश वर्ष की दूरी पर एक लाल बौने तारे की परिक्रमा कर रहा है।

क्‍या दूसरी ‘पृथ्‍वी’ मिल गई? 12 प्रकाश वर्ष दूर से एक ग्रह दे रहा सुराग!

Photo Credit: सांकेतिक तस्‍वीर

किसी भी ग्रह में जीवन पनपने के लिए उसमें चुंबकीय क्षेत्र का होना बेहद जरूरी है।

ख़ास बातें
  • वैज्ञानिकों को एक्‍सोप्‍लैनेट से मिल रहे सुराग
  • दोहराए जाने वाले रेडियो सिग्‍नलों का चला पता
  • यह शोध नेचर एस्‍ट्रोनॉमी में पब्लिश हुआ है
विज्ञापन
वैज्ञानिक लंबे वक्‍त से ऐसे ग्रह का पता लगाने में जुटे हैं, जहां जीवन की संभावनाएं मौजूद हो सकती हैं। वह एक्‍सोप्‍लैनेट्स को भी टटोल रहे हैं। एक्‍सोप्‍लैनेट उन ग्रहों को कहा जाता है जो हमारे सूर्य नहीं, बल्कि किसी अन्‍य तारे की परिक्रमा करते हैं। इस बार खगोलविदों ने एक एक्‍सोप्‍लैनेट में रिपीट होने वाले सिग्‍नलों को ट्रेस किया है, जो यह जानने में मदद कर सकते हैं कि‍ एक्‍सोप्‍लैनेट में चुंबकीय क्षेत्र मौजूद हो सकता है। ग्रह का नाम YZ Ceti b है। यह पृथ्वी से लगभग 12 प्रकाश वर्ष की दूरी पर एक लाल बौने तारे की परिक्रमा कर रहा है। 

यह शोध नेचर एस्‍ट्रोनॉमी में पब्लिश हुआ है। शोध से जुड़े खगो‍लविदों का कहना है कि इस खास चट्टानी एक्सोप्लैनेट में एक चुंबकीय क्षेत्र होने की संभावना है। अगर ऐसा है, तो यह रिसर्च को और विस्‍तृत तरीके से करने की उम्‍मीद जगाता है। किसी भी ग्रह में जीवन पनपने के लिए उसमें चुंबकीय क्षेत्र का होना बेहद जरूरी है। यह ग्रह की उसके सूर्य से रक्षा करता है यानी वहां से आने वाले तूफानों जैसे-सोलर विंड से ग्रह को प्रोटेक्‍ट करता है। 

गौरतलब है कि मंगल ग्रह पर भी कभी वातावरण मौजूद था। तब मंगल ग्रह का अपना चुंबकीय क्षेत्र हुआ करता था। मंगल की तरह ही बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेप्च्यून के अपने चुंबकीय क्षेत्र हैं और आज भी मौजूद हैं। तमाम रिसर्च में वैज्ञानिकों ने ऐसे सबूत जुटाए हैं, जो बताते हैं कि एक्‍सोप्‍लैनेट में चुंबकीय क्षेत्र हो सकता है। 

हालांकि आज तक उन एक्‍सोप्‍लैनेट्स की पहचान नहीं हो पाई है। सच तो यह है कि चुंबकीय क्षेत्रों से लैस एक्‍सोप्‍लैनेट की खोज का कोई तरीका अबतक डेवलप हुआ ही नहीं है। सिर्फ इतना पता चला है कि रिपीट होने वाला रेडियो सिग्‍नल किसी एक्‍सोप्‍लैनेट के चुंबकीय क्षेत्र के बारे में सुराग दे सकता है। 

अगर YZ Ceti b ग्रह में चुंबकीय क्षेत्र की पुष्टि हो जाती है, तो वैज्ञानिकों को जीवन की संभावना वाले ग्रहों का पता लगाने का एक तरीका मिल जाएगा। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि YZ Ceti b ही वो ग्रह है, जहां जीवन पनप सकता है। यह ग्रह कई मायनों में अलग है। यह अपने सूर्य का चक्‍कर सिर्फ 2 दिनों में लगा लेता है, क्‍योंकि यह उसके बहुत पास स्थित है। इसका मतलब है कि YZ Ceti b का तापमान बहुत अधिक होगा, जो जीवन की मौजूदगी में एक रोड़ा है। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Activa इलेक्ट्रिक लॉन्च करने के बाद होंडा लगाएगी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की फैक्टरी
  2. Asus Zenfone 12 Ultra स्लिम बेजल्स वाले डिस्प्ले, 16GB रैम के साथ 6 फरवरी को होगा लॉन्च, कंपनी ने किया टीज
  3. ट्रंप ने ChatGPT को टक्कर देने वाले चीन के DeepSeek को लेकर दी चेतावनी
  4. Apple के सबसे प्रीमियम टैबलेट से भी पतला होगा Oppo का अपकमिंग फोल्डेबल फोन! सोशल मीडिया में शेयर की गई फोटो
  5. Blaupunkt ने भारत में लॉन्च किया Dolby Atmos, DTS, IMAX सपोर्ट वाला होम थिएटर सिस्टम, जानें कीमत
  6. Huawei का Band 10 स्मार्ट बैंड AMOLED डिस्प्ले, ऑक्सीजन मॉनिटर के साथ जल्द होगा लॉन्च! मिला सर्टिफिकेशन
  7. Redmi 14C 5G या iQOO Z9 Lite 5G खरीदने से पहले देखें कौन रहेगा बेस्ट
  8. TCL ने लॉन्च किया NXTPAPER टेक्नोलॉजी, 12GB रैम, 5010mAh बैटरी वाला P10 Color Ink Eye Protection फोन, जानें कीमत
  9. Samsung के Galaxy Z Flip 7 में हो सकता है Exynos 2500 चिपसेट, 50 मेगापिक्सल का कैमरा
  10. Nothing के अपकमिंग फोन का नाम Flipkart के URL से हुआ लीक, 4 मार्च को भारत में होगा लॉन्च!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »