आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) या संक्षिप्त में जिसे AI के नाम से ज्यादा पुकारा जाता है, ने मानव की जिंदगी को काफी हद तक आसान बना दिया है। देखा जा रहा है कि बैक-ऑफिस ऑपरेशंस में इसने काफी जगह ले ली है। यह कई तरीके से आम लोगों की जिंदगी में शामिल हो चुका है। रोजमर्रा के कामों में भी AI डिवाइसेज काफी प्रचलित हो चुके हैं। कस्टमर केयर चैट से लेकर ऑटोमेटेड फोन कॉल्स आदि सभी अब AI के पहियों पर दौड़ रहे हैं। लेकिन AI अब इससे कहीं आगे पहुंच गया है।
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AI का उपयोग एक चौंकाने वाले काम के लिए किया जा रहा है। आपने भी कभी देखा होगा कि कई कस्टमर कंपनी के कस्टमर केयर प्रतिनिधि पर गुस्सा हो जाते हैं। ऐसे गुस्साए कस्टमर्स से निपटने के लिए अब AI का सहारा लिया जा रहा है। कैसे? दरअसल, AI रोबोट के माध्यम से गुस्साए कस्टमर की नकल करके अब कस्टमर सर्विस प्रतिनिधियों को ट्रेनिंग दी जा ही है कि वो ऐसे कस्टमर्स को कैसे शांत करें। यानी AI रोबोट ही वे गुस्साए कस्टमर बन रहे हैं और कस्टमर सर्विस प्रतिनिधियों के सामने उसी तरह से पेश आ रहे हैं जैसे एक क्रोधित कस्टमर असल जिंदगी में आता है। वैज्ञानिकों ने इसे कैसे संभव किया? आइए बताते हैं।
Daily Star की रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों ने एक चार-मुंह वाला रोबोट या यूं कहें कि बैड बॉय (Bad Boy) रोबोट तैयार किया है। यह कस्टमर सर्विस स्टाफ की मदद के लिए इस तरह से डिजाइन किया गया है। यह रोबोट बदमाश क्रोधित हो सकता है, तेज गुस्से में आ सकता है। शिकायतों से निपटने के तरीके को सिखाने के लिए कर्मचारियों को अपशब्दों से भरी गालियां भी दे सकता है।
अमेरिकी डेवलपर्स Furhat Robotics और audEERING के मुताबिक, यह मशीन मॉन्स्टर एक सोशल रोबोट है जो वोकल एक्सप्रेशन का पता लगाने के लिए आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करता है। यानी कि सामने वाला व्यक्ति और किस मूड और मिजाज में बात कर रहा है, यह उसका आसानी से पता लगा सकता है और उसी हिसाब से फिर प्रतिक्रिया दे सकता है। इसे गुस्सा होने, गाली देने, और कसम खाने तक के लिए भी बहुत आसानी से प्रोग्राम किया जा सकता है।
Furhat Robotics में बिजनेस डेवलपमेंट के डायरेक्टर Louis Simeonidis का कहना है, 'अगर हमने सही तरीके से अपना काम किया है, तो आप इस रोबोट के साथ वॉक पर जा सकते हैं और इसके साथ एक दोस्त की तरह बात कर सकते हैं। जैसे आप अन्य लोगों से बात करते हैं, ठीक उसी तरीके से इससे भी बात कर सकते हैं। बदले में यह भी आपको उसी तरह से जवाब देगा जैसे असल जिंदगी में कोई व्यक्ति आपको जवाब देता है।'
AI का यह प्रयोग भावी समय में मनुष्य और रोबोट्स के बीच इंसानों जैसी दोस्ती की नींव रखता दिखता है। अब देखना होगा कि यह टेक्नोलॉजी जब रोजमर्रा की जिंदगी में इंसान के साथ शामिल होगी तो इसके क्या प्रभाव होंगे।