• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • इंसान को चांद पर पहुंचाने वाले रॉकेट में मिल रहीं खामियां, आर्टेमिस 1 मिशन की वेट ड्रेस रिहर्सल में फ‍िर देरी

इंसान को चांद पर पहुंचाने वाले रॉकेट में मिल रहीं खामियां, आर्टेमिस 1 मिशन की वेट ड्रेस रिहर्सल में फ‍िर देरी

वेट ड्रेस रिहर्सल वह प्रक्रिया है, जिसमें लॉन्‍च की उलटी गिनती तक होने वाली सभी प्रक्रियाओं को परखा जाता है। यह देखा जा रहा है कि रॉकेट अपने मिशन पर लॉन्‍च होने के लिए तैयार है या नहीं।

इंसान को चांद पर पहुंचाने वाले रॉकेट में मिल रहीं खामियां, आर्टेमिस 1 मिशन की वेट ड्रेस रिहर्सल में फ‍िर देरी

Photo Credit: Twitter/Nasa

मॉडिफाइड टेस्‍ट पूरा होने के बाद ही नासा, आर्टेमिस 1 को लॉन्च कर पाएगी। तब तक वह इस मिशन के लिए कोई तारीख तय नहीं करेगी।

ख़ास बातें
  • नासा की योजना 9 अप्रैल को टेस्‍ट फिर से शुरू करने की थी
  • अब यह टेस्‍ट यानी वेट ड्रेस रिहर्सल टेस्टिंग 12 अप्रैल से होगी
  • इंसान को दोबारा चांद पर भेजा जाना है आर्टेमिस मिशन के तहत
विज्ञापन
नासा (NASA) के आर्टेमिस 1 (Artemis 1) स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) मून मिशन टेस्ट में कई बार देरी हो चुकी है। अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने ऐलान किया है कि फाइनल टेस्‍ट को मॉडिफाई किया जाएगा। इस प्रकार से इस लॉन्च में और देर होगी। इस नेक्‍स्‍ट-जेनरेशन स्‍पेस लॉन्‍च सिस्‍टम की वेट ड्रेस रिहर्सल का आयोजन नासा पिछले सप्‍ताह से कर रही है। SLS का मोबाइल लॉन्‍चर प्‍लेटफॉर्म इस रिहर्सल में परेशानी की वजह बना है। गौरतलब है कि आर्टेमिस 1 मिशन के जरिए नासा एक बार फ‍िर से इंसान को चंद्रमा पर उतारने के अपने मिशन की शुरुआत कर रही है।  

नासा की योजना 9 अप्रैल को टेस्‍ट फिर से शुरू करने की थी। एजेंसी ने शनिवार को बताया कि अब यह टेस्‍ट यानी वेट ड्रेस रिहर्सल टेस्टिंग 12 अप्रैल और टैंकिंग के साथ 14 अप्रैल से शुरू होगी। 

अपने बयान में नासा ने कहा है कि इन बदलावों से इंजीनियर्स को सफलता पाने में मदद मिलेगी। एजेंसी ने बताया है कि इंजीनियरों ने एक हीलियम चेक वॉल्व की पहचान की है, जो बेहतर तरीके से काम नहीं कर रहा है। फ्लाइट हार्डवेयर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह बदलाव करना पड़ा है। ध्‍यान रहे कि वेट ड्रेस रिहर्सल वह प्रक्रिया है, जिसमें लॉन्‍च की उलटी गिनती तक होने वाली सभी प्रक्रियाओं को परखा जाता है। यह देखा जा रहा है कि रॉकेट अपने मिशन पर लॉन्‍च होने के लिए तैयार है या नहीं। 

आर्टेमिस 1 मून मिशन की वेट ड्रेस रिहर्सल योजना के अनुसार आगे बढ़ रही थी। इसी दौरान रिसर्चर्स को SLS रॉकेट के मोबाइल लॉन्चर प्लेटफॉर्म में परेशानी का पता चला। इससे रॉकेट में प्रोपलेंट लोड करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। 

अब वेट ड्रेस रिहर्सल के दौरान इस इशू को देखा जाएगा। गौरतलब है कि वेट ड्रेस रिहर्सल अमेरिका के कैनेडी स्पेस सेंटर में की जा रही है। एक बार मॉडिफाई टेस्‍ट पूरा होने के बाद इंजीनियर हीलियम चेक वॉल्‍व को फिर से परखेंगे और जरूरत पड़ने पर इसे बदल भी देंगे। मॉडिफाइड टेस्‍ट पूरा होने के बाद ही नासा, आर्टेमिस 1 को लॉन्च कर पाएगी। तब तक वह इस मिशन के लिए कोई तारीख तय नहीं करेगी। इस मिशन पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने से पहले नासा चंद्रमा पर एक मानव रहित ओरियन कैप्सूल भेजेगी। वैज्ञानिक इस आशा में हैं कि अगर कोई परेशानी नहीं आती है, तो आर्टेमिस 1 इस साल जून में उड़ान भर सकता है।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ईमेल करते हैं, तो कोई इंसान जवाब ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Google Search में AI मोड भारत में हुआ शुरू, जानें कैसे करें उपयोग
  2. Flipkart Freedom Sale: 7 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का पिक्सल फोन
  3. Lava Blaze AMOLED 2 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 15 हजार में कौन है बेस्ट
  4. घर के बाहर कूड़े का ढेर लगा है या गंदे हैं सार्वजिक शौचालय तो इस सरकारी ऐप पर करें रिपोर्ट, जल्द मिलेगा समाधान
  5. प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देगी BSNL, सरकार से मिलेंगे 47,000 करोड़ रुपये
  6. Honor X7c 5G अगले सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, 5,200mAh की बैटरी
  7. 79th Independence Day: सुबह 7:30 बजे शुरू होगा समारोह, मोबाइल, टीवी, लैपटॉप पर ऐसे देखें LIVE
  8. Xiaomi ने लॉन्च किया अपना पहला AI ट्रैकिंग वाला इंडोर जूम सिक्टयोरिटी कैमरा, जानें कीमत
  9. iQOO 15 में मिल सकता है आगामी Snapdragon 8 Elite 2 चिपसेट, जल्द होगा लॉन्च
  10. रूस ने Telegram और WhatsApp कॉल्स को किया बैन, जानें वजह
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »