हार्वर्ड के एक वैज्ञानिक और पेंटागन के एक अधिकारी ने चौंकाने वाली जानकारी दी है। उन्होंने अपनी रिसर्च में कहा है कि हमारे सौरमंडल के चारों ओर एलियंस का एक विशालकाय स्पेसक्राफ्ट मौजूद हो सकता है। यह सौरमंडल के ग्रहों की खोज में जुटा हो सकता है, जिसके लिए स्पेसक्राफ्ट से छोटे-छोटे मिशन हमारे सौर मंडल में भेजे जा रहे हैं। एलियंस (Aliens) ऐसा विषय है, जिसने वर्षों से दुनियाभर के वैज्ञानिकों और लोगों को सोचने पर मजबूर किया है। क्या इंसान के अलावा भी इस ब्रह्मांड में कोई और है? क्या पृथ्वी के बाहर भी जीवन मुमकिन है? यह सवाल आज भी अपनी प्रासंगिकता बनाए हुए है। एलियंस के विशाल स्पेसक्राफ्ट की मौजूदगी ने इस सवाल को और बल दिया है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोनॉमर एवी लोएब और पेंटागन में AARO के अधिकारी सीन एम किर्कपैट्रिक ने अपनी इन्फर्मेशन को एक पेपर में
ड्राफ्ट किया है। दोनों का ही मानना है कि एक एक्स्ट्रटरेस्ट्रीअल या परग्रही स्पेसशिप हमारी
आकाशगंगा में हो सकता है। यह छोटे-छोटे स्पेसक्राफ्ट भेजकर ग्रहों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है। ठीक उसी तरह जैसे इंसान पृथ्वी से बाहर ग्रहों पर मिशन भेज रहा है।
AARO का पूरा नाम ऑल-डोमेन अनोमली रेजॉलूशन ऑफिस है। इसे पिछले साल जुलाई में अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने स्थापित किया था। AARO का मकसद UFO, UAP या एलियंस से जुड़े मामलों को डिटेक्ट करना और उन पर स्टडी करना है। इसी डिपार्टमेंट ने फिजिकल कॉन्स्ट्रेंट्स ऑन अनआइडेंटिफाइड एरियल फेनोमेना पर एक ड्रॉफ्ट तैयार किया है, जिसे रिव्यू किया जाना अभी बाकी है। हालांकि यह पेंटागन का ऑफिशियल डॉफ्ट नहीं है।
एस्ट्रोनॉमर एवी लोएब पिछले कई साल से एलियंस से जुड़े मामलों पर खोज कर रहे हैं। उन्होंने साल 2017 में सिगार के आकार की एक चीज का पता लगाया था। वह एक धूमकेतु था, लेकिन धूमकेतु जैसा आकार और तत्वों की उसमें कमी थी। जिसके बाद एवी लोएब ने अनुमान लगाया था कि वह एक एलियंस स्पेसक्राफ्ट था। इसी के बाद एवी लोएब ने इस संभावना पर काम शुरू किया कि एक आर्टिफिशियल इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट एक एलियंस स्पेसक्राफ्ट हो सकता है।
पृथ्वी तक भी पहुंच सकते हैं एलियंस स्पेसक्राफ्ट
लाइव साइंस के मुताबिक, एवी लोएब और पेंटागन अधिकारी का अनुमान है कि एलियंस के विशाल स्पेसशिप से छोटे-छोटे स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी तक भी पहुंच सकते हैं। वह सूर्य की चकाचौंध में छुपकर हमारे ग्रह तक आ सकते हैं, जिससे वह दूरबीनों की पकड़ में भी नहीं आएंगे। दोनों लेखकों का मानना है कि एलियंस हमारे सौरमंडल के ग्रहों का पता लगाना चाहते होंगे। अगर वह पानी की खोज में कामयाब हो गए, तो पृथ्वी उनका पसंदीदा ग्रह हो सकती है।