• होम
  • अन्य
  • ख़बरें
  • Xiaomi ED मामला : कंपनी का आरोप, उसके अफसरों को दी गई मारपीट की धमकी

Xiaomi-ED मामला : कंपनी का आरोप, उसके अफसरों को दी गई मारपीट की धमकी

कंपनी पर आरोप है कि उसने विदेशों में संदिग्ध रॉयल्टी भुगतान के लिए लगभग 725 मिलियन डॉलर भेजे थे।

Xiaomi-ED मामला : कंपनी का आरोप, उसके अफसरों को दी गई मारपीट की धमकी

4 मई की इस कोर्ट फाइलिंग ने मामले में नया मोड़ ला दिया है।

ख़ास बातें
  • एक कोर्ट फाइलिंग में यह दावा किया गया है
  • कंपनी के टॉप एग्‍जीक्‍यूटिव्‍स को शारीरिक हिंसा की धमकी दी गई
  • हालांकि ईडी ने इन आरोपों को झूठा बताया है
विज्ञापन
चीनी टेक दिग्‍गज, शाओमी इंडिया (Xiaomi) देश में कानूनी अड़चनों का सामना कर रही है। उसके खिलाफ रॉयल्‍टी पेमेंट्स की जांच चल रही है। कंपनी ने मामले की जांच कर रही सरकारी एजेंसी पर शारीरिक हिंसा की धमकी देने का आरोप लगाया है। एक कोर्ट फाइलिंग में यह दावा किया गया है। इसके मुताबिक, भारत के फाइनेंशियल क्राइम वॉचडॉग द्वारा एक जांच के दौरान कंपनी के टॉप एग्‍जीक्‍यूटिव्‍स को शारीरिक हिंसा की धमकी दी गई। कंपनी ने यह आरोप भी लगाया है कि एजेंसी ने उस पर शिकंजा कसने के लिए अन्‍यायपूर्ण तरीका इस्‍तेमाल किया। 

शाओमी की ओर से देश के प्रवर्तन निदेशालय (ED) के खिलाफ लगाए गए आरोपों को सबसे पहले रॉयटर्स ने रिपोर्ट किया था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कोर्ट डॉक्‍युमेंट्स में शाओमी की तरफ से कहा गया है कि इंडिया में उसके पूर्व मैनेजिंग डायरेक्‍टर और मौजूदा चीफ फाइनेंशियल ऑफ‍िसर दोनों से पूछताछ के दौरान गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी। आरोप है कि ईडी दोनों को कुछ डॉक्‍युमेंट्स जमा करने के लिए मजबूर कर रही थी। हालांकि ईडी ने इन दावों को झूठा बताया है। उसने कहा है कि Xiaomi के दावे झूठे और निराधार हैं। उसने कहा है कि कंपनी के अधिकारियों ने बेहद अनुकूल माहौल में अपनी इच्‍छा से गवाही दी थी। 

4 मई की इस कोर्ट फाइलिंग ने मामले में नया मोड़ ला दिया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने विदेशों में संदिग्ध रॉयल्टी भुगतान के लिए लगभग 725 मिलियन डॉलर भेजे थे। वहीं, Xiaomi ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है। दावा किया है कि उसके रॉयल्‍टी पेमेंट वैध और सही थे। इस पूरे मामले के तहत पिछले साल दिसंबर में इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट ने चीनी मोबाइल कंपनियों Xiaomi, Oppo, OnePlus और कुछ अन्य चीनी फिनटेक फर्मों को सर्च किया था। कर्नाटक, तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर समेत देश के विभिन्न हिस्सों में कंपनियों से संबंधित परिसरों की तलाशी ली गई थी। 

ED ने अपनी जांच में पाया है कि Xiaomi ने संबंधित उद्यमों के साथ लेनदेन के प्रकटीकरण के लिए रेगुलेटरी आदेश का पालन नहीं किया था। शाओमी के बहीखातों में विदेशी निधियों को शामिल किया गया है, लेकिन पता चला है कि जिस सोर्स से इस तरह का पैसा मिला, वो डाउटफुल है। कथित तौर पर ऋणदाता की कोई साख नहीं है। यह रकम करोड़ों रुपये की है, जिस पर ब्‍याज खर्च का दावा भी किया गया है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Xiaomi, ED, xiaomi ED case, Court, ED action on xiaomi
गैजेट्स 360 स्टाफ

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ईमेल करते हैं, तो कोई इंसान जवाब ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. एस्टरॉयड अलर्ट! नासा ने बताया, 220 फीट बड़े 4 एस्टरॉयड बढ़ रहे पृथ्वी की तरफ
  2. Samsung Galaxy S26 में होगा 320MP कैमरा सपोर्ट वाला चिपसेट, लॉन्च से पहले खुलासा
  3. WhatsApp यूजर्स सावधान! GhostPairing से हैक हो सकता है आपका अकाउंट, ऐसे करें बचाव
  4. Oppo Reno 15 Pro Max में 12GB रैम, Dimensity चिपसेट का खुलासा, लॉन्च से पहले यहां दिखा फोन
  5. OnePlus Turbo में मिल सकती है धांसू 9000mAh बैटरी, अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट की सिक्योरिटी!
  6. YouTube Down: Google Search, YouTube ने यूजर्स को रुलाया, डाउन हुई सर्विस, X पर फूटा गुस्सा
  7. 6000 से ज्यादा सस्ता मिल रहा Samsung का 5000mAh बैटरी वाला 5G फोन, सबसे बेस्ट ऑफर
  8. Bitcoin में आ सकती है तेजी, Citigroup ने दिया 1,43,000 डॉलर का टारगेट
  9. Realme 16 Pro सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, 200 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा
  10. हर साल नया Pixel फोन? Google भारत में लाया नई अपग्रेड स्कीम, जानें सब कुछ
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »