अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple की भारत के स्मार्टफोन मार्केट में iPhone 15 Pro और Pro Max के साथ हिस्सेदारी बढ़ने की संभावना है। देश में जुलाई से दिसंबर के बीच स्मार्टफोन की सभी सेल्स में कंपनी की हिस्सेदारी सात प्रतिशत की हो सकती है। यह इस वर्ष की पहली छमाही में लगभग पांच प्रतिशत की थी।
एपल के लिए भारत ग्रोथ के अगले बड़े डेस्टिनेशन के तौर पर उभर रहा है। चीन में डिमांड कमजोर होने और रेगुलेटरी दबाव की वजह से कंपनी के सप्लायर्स भी देश में अपनी मैन्युफैक्चरिंग बढ़ा रहे हैं।
एपल के iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max मॉडल्स के लिए देश में अगले महीने के अंत तक इंतजार करना होगा। अमेरिका और चीन में भी इन स्मार्टफोन्स की डिलीवरी में देरी हो सकती है। मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint का अनुमान है कि iPhone 15 Pro और Pro Max की देश में चौथी तिमाही में शिपमेंट्स में
आईफोन 15 की कुल शिपमेंट्स में लगभग 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी।
मार्केट इंटेलिजेंस फर्म IDC की रिसर्च डायरेक्टर, Nabila Popal ने बताया, "भारत में प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट तेजी से बढ़ा है। यह चार वर्ष पहले कुल मार्केट के 0.8 प्रतिशत से बढ़कर इस वर्ष की पहली छमाही में 6.1 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इसमें एपल का बड़ा योगदान है।" देश में 800 डॉलर से अधिक प्राइस वाले स्मार्टफोन्स के सेगमेंट में एपल सबसे बड़ी कंपनी है। IDC के डेटा के अनुसार, पहली छमाही में इस सेगमेंट में एपल की 67 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
आईफोन की नई सीरीज में iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max शामिल हैं। iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max में भी iPhone 15 और iPhone 15 Plus के समान USB Type-C चार्जिंग पोर्ट है। आईफोन 15 के Pro मॉडल्स में नए A17 Bionic चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह चिपसेट A16 की तुलना में बेहतर एफिशिएंसी और अधिक पावर वाला है। एपल ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना तैयारी की है। हाल ही में कंपनी ने भारत में दो रिटेल स्टोर्स भी खोले थे। इन स्टोर्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। पिछले कुछ वर्षों में एपल ने देश में मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट को बढ़ाया है।