पिछले कुछ वर्षों में देश से स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है। हालांकि, टैरिफ अधिक होने से इस एक्सपोर्ट में रुकावट आ सकती है। इससे चीन और वियतनाम की तुलना में स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में देश की स्थिति कमजोर हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इकोनॉमी की रफ्तार बढ़ाने की महत्वाकांक्षा में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग भी महत्वपूर्ण है।
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट भारत में पिछले वर्ष स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर लगभग 44 अरब डॉलर पर पहुंच गई। केंद्र सरकार का कहना है कि इसका बड़ा कारण स्मार्टफोन कंपनियों को अधिक मैन्युफैक्चरिंग के लिए दिए गए फाइनेंशियल इंसेंसिव हैं। अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple और अन्य कंपनियों के लिए लॉबी ग्रुप्स का कहना है कि देश में अधिक
टैरिफ होना इसमें एक बड़ी रुकावट है। इस वजह से ये कंपनियां अपनी सप्लाई चेन को चीन से बाहर ले जाने से हिचक रही हैं और वियतनाम, थाईलैंड और मेक्सिको जैसे देश कंपोनेंट्स के लिए कम टैरिफ की पेशकश कर स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं।
स्टेट मिनिस्टर फॉर इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी Rajeev Chandrasekhar ने पिछले महीने इस बारे में फाइनेंस मिनिस्टर को एक पत्र लिखा था। इसमें टैरिफ अधिक होने को लेकर इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री की ओर से आशंका जताई गई थी। इस पत्र को Reuters ने देखा है। इसमें कहा गया है, "देश में टैरिफ अधिक होने से मैन्युफैक्चरिंग की कॉस्ट बढ़ी है। भू-राजनीतिक संतुलन में बदलाव के कारण सप्लाई चेन चीन से शिफ्ट हो रही हैं। हमें जल्द कदम उठाना होगा या ये वियतनाम, थाईलैंड और मेक्सिको में शिफ्ट हो जाएंगी।" इस बारे में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री और चंद्रेशेखर ने Reuters की ओर से टिप्पणी के लिए भेजे गए निवेदन का उत्तर नहीं दिया।
पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में देश में
स्मार्टफोन की शिपमेंट्स लगभग 25 प्रतिशत बढ़ी हैं। इस मार्केट में 18 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ चीन की Xiaomi पहले स्थान पर पहुंच गई है। चीन की एक अन्य स्मार्टफोन मेकर Vivo ने दूसरे स्थान को बरकरार रखा है। दक्षिण कोरिया की सैमसंग लगातार चार तिमाहियों तक इस मार्केट में पहले रैंक पर रहने के बाद गिरकर तीसरी पोजिशन पर चली गई है। चीन की स्मार्टफोन कंपनियों Realme और Oppo का क्रमशः चौथा और पांचवां स्थान है। मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint की रिपोर्ट में बताया गया है कि स्मार्टफोन की कुल शिपमेंट्स में 10,000 रुपये से 15,000 रुपये के 5G स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत की रही है। प्रीमियम स्मार्टफोन के सेगमेंट में 51 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अमेरिकी डिवाइसेज कंपनी Apple ने 17 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इस सेगमेंट में पहला स्थान हासिल किया है। कंपनी को iPhone 15 सीरीज के लॉन्च से फायदा मिला है।