जियोनी की मैराथन सीरीज़ के स्मार्टफोन की तरह असूस ने इस साल की शुरुआत में नया ज़ेनफोन मैक्स वेरिएंट पेश किया था। इस फोन को बिना किसी समझौते के अधिकतम बैटरी लाइफ मिलने के इरादे से बनाया गया था। यह एक
शानदार पैकेज साबित हुआ जिसकी परफॉर्मेंस और कीमत भी अच्छी रही। हालांकि फोन को खरीद पाना एक समस्या रही है।
कुछ महीनों बाद ही कंपनी ने एक नया वेरिंट
ज़ेनफोन मैक्स (2016) (
रिव्यू) लॉन्च किया। इस फोन में ज्यादा बेहतर प्रोसेसर दिया गया और लंबी बैटरी लाइफ मिली। दोनों एंट्री-लेवल स्मार्टफोन को पेश करने के बाद अब मैक्स सीरीज़ को कंपनी अब मिड-रेंज सेगमेंट में लाने की कोशश में है और इसके दो नए वेरिएंट लगभग इसी नाम के साथ पेश किए गए हैं।
ज़ेनफोन 3 मैक्स (ज़ेडसी520टीएल) 15,000 रुपये से कम कैटेगरी जबकि
ज़ेनफोन 3 मैक्स (ज़ेडसी553केएल) 20,000 रुपये से कम कैटेगरी में आता है। ज़ेडसी520टीएल वेरिएंट में 5.2 इंच, मीडियाटेक प्रोसेसर, 13 मेगापिक्सल रियर कैमरा व 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। जबकि ज्यादा कीमत वाले वेरिएंट में बड़ा डिस्प्ले, क्वालकॉम प्रोसेसर, 16 मेगापिक्सल और 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा है। आज हम ज़ेनफोन 3 मैक्स (ज़ेडसी553केएल) का रिव्यू करेंगे।
कीमत की बात करें तो इस 20,000 रुपये से कम में
सैमसंग गैलेक्सी जे7 प्राइम (
रिव्यू) और
लेनोवो ज़ेड2 प्लस (
रिव्यू) की परफॉर्मेंस बेहद शानदार रही है।
असूस ज़ेनफोन 3 लेज़र (
रिव्यू) भी 17,999 रुपये की कीमत में मिलता है। असूस का यह फोन कैसा है? जानें
असूस ज़ेनफोन 3 मैक्स की डिज़ाइन व बनावटइस फोन को हाथ में लेने पर सबसे पहले डि़ज़ाइन आपका ध्यान खींचेगी। यह फोन ज़ेनफोन 3 सीरीज़ के दूसरे हाई-एंड स्मार्टफोन जैसा तो नहीं है लेकिन फिर भी बेहद अच्छा दिखता है। एल्युमिनियम यूनिबॉडी केस के चलते यह हाथ में अच्छे से फिट होता है। फोन में बटन सही जगह दिए गए हैं और आसानी से इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
असूस ने इस फोन में 5.5 इंच फुल एचडी डिस्प्ले दिया है जिससे यह फोन पिछले वेरिएंट से ज्यादा बेहतर ग्रिप देता है। डिस्प्ले में तस्वीरें शार्प दिखती हैं और सूरज की रोशनी में भी ब्राइटनेस भी बेहद शानदार है। पतले बेज़ेल की वज़ह से फोन की चौंड़ाई कम होती है जिससे फोन को आसानी से एक हाथ से इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आप चलते समय एक हाथ से कुछ टाइप करना चाहते हैं तो वन-हैंडेड मोड को एक्टिवेट कर सकते हैं। फोन में ग्लास पर ओलियोफोबिक कोटिंग है और इस वजह से उंगलियों के बहुत ज्यादा निशान नहीं पड़ते। हमें जिस बात से निराशा हुई वो है डिस्प्ले के लिए किसी तरह के स्क्रैच प्रोटेक्शन का ना होना। जो इस कीमत वाले स्मार्टफोन में तो मिलता ही है।
ज़ेडसी553 केएल एक हाइब्रिड डुअल-सिम फोन है जबकि पिछले वेरिएंट में डुअल सिम स्लॉट दिए गए थे। हाइब्रिड सिम-सलॉट के चलते आप माइक्रोएसडी कार्ड (128 जीबी तक) या दूसरे सिम कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। फोन में नीचे की तरफ एक मोनो स्पीकर है, इसके पास माइक्रो-यूएसबी चार्जिंग पोर्ट है। जबकि हेडफोन जैक ऊपर की तरफ दिया गया है। आगे की तरफ एक नोटिफिकेशन एलईडी है जकि स्क्रीन के नीचे कैपेसिटिव नेविगेशन बटन हैं जो बैकलिट नहीं हैं।
रियर पर कैमरा मॉड्यूल के नीचे एक फिंगरप्रिंट सेंसर है जिसे कॉल का जवाब देने, कैमरा ऐप लॉन्च करने या तस्वीरें लेने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इसे ऐप लॉक करने या फाइल हाइड करने में इस्तेमाल नहीं कर सकते। फिगंरप्रिंट सेंसर की सबसे बड़ी समस्या है कि यह कई बार दो या तीन बार में भी फिंगरप्रिंट की पहचान नहीं करता।
असूस ने नए मैक्स हैंडसेट के साथ इस सीरीज़ की बजट इमेज बनाई रखी है। यह फोन प्रीमियम लुक व अहसास के साथ आता है। और बेहतर डिस्प्ले के साथ यह वाकई अच्छा है। 8.3 एमएम के साथ यह सबसे पतला नहीं है लेकिन 175 ग्राम के साथ थोड़ा भारी जरूर है। हालांकि जब आप इसे इस्तेमाल करेंगे तब बहुत भारी महसूस नहीं होगा। इस फोन के साथ एक हेडसेट, एक 10 वाट का चार्जर, डेटा केबल और एक ओटीजी केबल मिलेगी। इसके अलावा प्रमोशन के तौर पर यूज़र को दो साल के लिए गूगल ड्राइव पर 100 जीबी स्पेस भी मिलेगा।
असूस ज़ेनफोन 3 मैक्स के स्पेसिफिकेशन और फ़ीचरपिछले ज़ेनफोन मैक्स में स्नैपड्रैगन 615 प्रोसेसर था इसलिए हमें नए स्मार्टफोन में कम से कम स्नैपड्रैगन 652 या 625 प्रोसेसर दिए जाने की उम्मीद थी। लेकिन निराशाजनक बात है कि असूस ने इस फोन में ज़ेनफोन 3 लेज़र की तरह ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर दिया है। इस प्रोसेसर के चलते फोन से दिनभर में किए जाने वाले काम तो आसानी से किए जा सकते हैं लेकिन भारी-भरकम ऐप व गेम नहीं खेलना मुश्किल होता है। असूस के ज़ेनयूआई कीबोर्ड भी दिक्कत देता है।
बेंचमार्क टेस्टिंग में ज़ेनफोन 3 मैक्स अपने प्रोसेसर की तरह ही परफॉर्म करता है। फोन से ठीकठाक आंकड़े ही मिले। फोन में ग्राफिक्स परफॉर्मेंस सबसे कम है यानी आप डेड इफेक्ट 2 जैसे गेम अच्छे से नहीं खेल सकते। फोन में 3 जीबी रैम, 32 जीबी स्टोरेज, सिंगल बैंड वाई-फाई बी/जी/एन, ब्लूटूथ 4.1, एफएम रेडियो और जीपीएस भी हैं। इसके अलावा यह 4जी स्मार्टफोन वीओएलटीई के साथ भारत में 1, 3, 5, 8 और 40 बैंड सपोर्ट करता है।
फोन एंड्रॉयड मार्शमैलो पर चलता है लेकिन इसके ऊपर असूस की ज़ेनयूआई 3.0 स्किन दी गई है। हमारे इस्तेमाल करने के हिसाब से स्किन एकदम अलग थी और जिन लोगों ने असूस फोन कभी इस्तेमाल नहीं किया है उनको ख़ासी परेशानी होगी। स्मार्टफोन को अपने हिसाब से कस्टमाइज़ करने के लिए कई सारे विकल्प हैं। 'थीम' ऐप में कुछ शानदार थीम हैं जिन्हें चुना जा सकता है और इसके अलावा फोन में कई सारे ऐप पहले से प्री-लोडेड आते हैं लगभग उसी तरह जैसा हमने ज़ेनफोन 3 (ज़ेडई552केएल) के रिव्यू के दौरान देखा था। मोबाइल मैनेजर ऐप सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले ऐप में से एक है। इस ऐप से नोटिफिकेशन ऐप मैनेज करने, इस्तेमाल ना की जाने वाली फाइल को हटाने और एक ही जगह ऐप के लिए परमिशन मैनेज करने जैसे काम किए जा सकते हैं।
इसके अलावा फोन में इंस्टाग्राम और पफ़िन जैसे ऐप भी हैं। नीड फॉर स्पीड: नो लिमिट्स और सिमसिटी जैसे गेम पहले से इंस्टॉल आते हैं।
असूस ज़ेनफोन 3 मैक्स की परफॉर्मेंसहमने ज़ेनफोन 3 मैक्स की सभी अच्छी बातें जानने के लिए करीब एक हफ्ते तक इसका इस्तेमाल किया और हमें कभी कोई बड़ी दिक्कत पेश नहीं आई। सामान्य काम और मल्टीटास्किंग के दौरान फोन बेहद आसानी से काम करता है। गेम खेलते समय या कैमरा इस्तेमाल के दौरान फोन ज्यादा गर्म नहीं होता। ईयरपीस से आने वाली आवाज़ अच्छी है और 4जी अच्छे से काम करता है।
वाइब्रेंट डिस्प्ले के चलते वीडियो देखना अच्छा लगता है और फोन में 1080 पिक्सल तक हाई-बाइट्रेट वीडियो भी काफी अच्छे से चलते हैं। वायर्ड और वायरलेस दोनों हेडफोन के साथ ऑडियो परफॉर्मेंस बेहतर मिलती है। वॉल्यूम काफी तेज किया जा सकता है और ऑडियो भी अच्छा सुनाई पड़ता है। फोन के साथ आने वाले हेडसेट से भी बाहरी शोर के बावज़ूद अच्छी आवाज़ मिलती है।
असूस के ज़ेनफोन मैक्स वेरिएंट ने कैमरा डिपार्टमेंट में अच्छे से काम किया है और इस बार भी ऐसा ही है। 16 मेगापिक्सल के सेंसर और अपर्चर एफ/2.2 लेंस के साथ दिन की रोशनी में लैंडस्केप व मैक्रो तस्वीरें अच्छी आती हैं। कलर रीप्रोडक्शन भी सटीक आता है। हालांकि, कैद की गई तस्वीरों में ज्यादा शार्पनेस दी जा सकती थी ख़ासकर ऑब्जेक्ट के किनारों पर चारों तरफ। नीचे दिए गए मैक्रो शॉट में फुल साइज़ करने पर फूल के चारों तरफ किनारे थोड़े भद्दे से लगते हैं। कम रोशनी में ली जाने वाली तस्वीरें अच्छी दिखती हैं हालांकि थोड़ा नॉयज़ रहता है। फोन में दिया गया लो-लाइट शूटिंग मोड यहां काफ़ी काम आता है।
1080 पिक्सल पर रिकॉर्ड की जाने वाली वीडियो भी बहुत अच्छी दिखती है। वीडियो के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलाइज़ेशन है लेकिन सिर्फ 720 पिक्सल तक ही काम करता है। अच्छी रोशनी में 8 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे से सेल्फी डिटेलिंग के साथ आती हैं। इसके अलावा एचडीआर समेत कई दूसरे इफेक्ट भी हैं। लेज़र ऑटोफोकस और पीडीएएफ के चलते फोकस स्पीड काफी तेज है और तस्वीरें फटाफट तेज होती हैं अगर आप स्पेशल मोड में ना हों।
असूस की मैक्स सीरीज़ की पहचान हमेशा से बैटरी लाइफ ही रही है। और इस बार ज़ेनफोन 3 मैक्स में भी वहीं स्थिति है। लेकिन उतनी नहीं जितनी कि हमें उम्मीद थी। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में फोन की बैटरी 14 घंटे और 7 मिनट तक चलती है जो काफी अच्छा है। लेकिन हमने इस फोन से ज्यादा दमदार प्रोसेसर और छोटी बैटरी वाले फोन में बेहतक परिणाम देखे हैं। सामान्य गंभीर इस्तेमाल के दौरान हम फोन को आसानी से डेढ़ दिन तक चला सके। फोन में दिन के अलग-अलग समय के हिसाब से एक कस्टमाइज़ हो सकने वाला पावर मोड है। बैटरी फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ नहीं आती लेकिन 10 वाट के चार्जर से करीब दो घंटे में फोन पूरा चार्ज हो जाता है। यह रिवर्स चार्जिंग सपोर्ट करता है जिसका मतलब है कि साथ आने वाले ओटीजी अडेप्ट का इस्तेमला कर ज़ेनफोन 3 पावर मैक्स एक पावर बैंक की तरह काम करने लगता है।
हमारा फैसलाज़ेनफोन मैक्स का मतलब यह नहीं है कि आपको सिर्फ एक चीज ही मिलेगी। बल्कि इस नए वेरिएंट का लक्ष्य स्मार्टफोन ग्राहकों को एक ऑलराउंडर के तौर पर लुभाना है। इस फोन में नया डिज़ाइन, बेहतर डिस्प्ले व कैमरा और मजबूत बैटरी लाइफ है। यह फोन शाओमी रेडमी नोट 3 को कड़ी चक्कर देगा लेकिन असूस ने ज़ेनफोन 3 मैक्स की कीमत ज्यादा रखी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि ज़ेडसी520टीएल वेरिएंट की कीमत रेडमी नोट 3 से मिलती है लेकिन इसके स्पेसिफिकेशन में काफी फर्क है। इसेक अलावा जरूरी है कि आप बॉक्स के पीछे लिखे मॉडल नंबर को जांच लें क्योंकि दोनों वर्ज़न काफी असमंजस की स्थिति पैदा करते हैं।
17,999 रुपये की कीमत में ज़ेडसी553केएल थोड़ा महंगा लगता है।
ज़ेनफोन3 लेज़र की तरह फोन की कीमत ज्यादा रखी गई है। असूस ने हाल ही में लेज़र बाजार में लॉन्च किया है और नया मैक्स लंबी बैटरी लाइफ और बेहतर लुक के साथ वैसा ही लगता है। ज़ेनफोन 3 लेज़र से अलग यह फोन ऑफलाइन रिटेल स्टोर पर भी मिलेगा जिससे इसी ऊंची कीमत थोड़ा समझ आती है।
हालांकि, यह समझ से परे है कि असूस ने इस क्षमता वाले फोन के लिए एक एंट्री-लेवल प्रोसेसर का इस्तेमाल क्यों किया है। अगर आप गेम नहीं खेलते हैं और आपको वाई-फाई 802.11एसी ना होने से दिक्कत नहीं है तो ज़ेनफोन 3 मैक्स एक अच्छा पैकेज है। लेकिन लॉन्च होने के समय इसकी कीमत के साथ इसे खरीदने की सलाह देना मुश्किल है।