अमेरिकी स्मार्टफोन और टेक कंपनी Apple के शेयर प्राइस में सोमवार को लगभग 1.4 प्रतिशत की गिरावट हुई। एपल के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग करने वाली Foxconn की चीन में मौजूद फैक्टरी में वर्कर्स के विरोध प्रदर्शन करने से आईफोन के प्रोडक्शन में कमी आने की आशंका है। यह आईफोन की सबसे बड़ी फैक्टरी है।
बहुत से देशों में आईफोन की शॉर्टेज हो रही है। ब्लैक फ्राइडे सेल के दौरान कस्टमर्स को आईफोन खरीदने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। यह पश्चिमी देशों में शॉपिंग का सबसे व्यस्त सीजन होता है। स्मार्टफोन और टेक कंपनियां अपनी वार्षिक सेल्स का बड़ा हिस्सा इस दौरान हासिल करती हैं। अमेरिका में कस्टमर्स को iPhone Pro और Pro Max मॉडल्स खरीदने के लिए एक महीने से अधिक का इंतजार करना पड़ेगा। एपल के आईफोन प्रोडक्शन में 30 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है।
Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, इस फैक्टरी में स्थिति सामान्य नहीं हुई है और
प्रोडक्शन में नुकसान का अनुमान बदल सकता है। फॉक्सकॉन के वर्कर्स को असेंबली लाइंस पर जल्द वापस लाने और कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन पर पर प्रोडक्शन निर्भर करेगा। इस फैक्टरी में iPhone 14 Pro और Pro Max का अधिकतर प्रोडक्शन होता है। ये दोनों स्मार्टफोन इस वर्ष एपल के लिए सबसे अधिक डिमांड वाले रहे हैं। Apple की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर Foxconn की इस फैक्टरी से पिछले सप्ताह 20,000 से अधिक वर्कर्स ने इस्तीफा दिया था। इनमें से अधिकतर को हाल ही में रखा गया था। इससे कंपनी के इस महीने के अंत तक प्रोडक्शन को बढ़ाने के लक्ष्य पर असर पड़ेगा।
इस
फैक्टरी में वेतन के भुगतान में देरी और कोरोना के कारण लगाई गई पाबंदियों के कारण बड़ी संख्या में वर्कर्स ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद Foxconn ने इस्तीफा देने वाले वर्कर्स को 10,000 येन (लगभग 1,14,000 रुपये) के भुगतान की पेशकश की थी। कंपनी ने नए वर्कर्स से वेतन से जुड़ी तकनीकी गलती के लिए माफी भी मांगी थी। Foxconn ने इस महीने की शुरुआत में बड़ी संख्या में वर्कर्स की हायरिंग की थी। कंपनी ने नए वर्कर्स को अधिक वेतन के साथ ही बोनस देने का भी वादा किया था। पिछले महीने कोरोना के फैलने के बाद लगाई गई पाबंदियों के कारण फॉक्सकॉन को कई वर्कर्स को आइसोलेट करना पड़ा था।