देश के लग्जरी कार मार्केट में पिछले कुछ वर्षों में बिक्री तेजी से बढ़ी है। इस वर्ष की पहली छमाही में इस मार्केट में जर्मनी की Mercedes-Benz का पहला स्थान है। कंपनी की सेल्स लगभग नौ प्रतिशत बढ़कर 9,262 यूनिट्स की रही। दूसरे स्थान पर BMW है, जिसने 7,089 यूनिट्स बेची हैं।
मर्सिडीज को बिक्री का बड़ा हिस्सा SUV सेगमेंट से मिला है। इसके GLA, GLC, GLE और GLS जैसे मॉडल्स की इस सेगमेंट में मजबूत डिमांड है। मर्सिडीज की A-Class, C-Class, E-Class और S-Class जैसी लग्जरी सेडान को भी कस्टमर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। लग्जरी कार मार्केट में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेगमेंट में भी
कंपनी का पहला स्थान है। पहली छमाही में इस सेगमेंट में कंपनी की बिक्री वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 60 प्रतिशत की रही। इसकी कुल बिक्री में EV की हिस्सेदारी लगभग पांच प्रतिशत की है। इसकी तुलना में BMW ने EV सेगमेंट में केवल 397 यूनिट्स बेची हैं।
देश में मर्सिडीज ने पहली इलेक्ट्रिक कार EQC लॉन्च की थी। पिछले वर्ष फेस्टिव सीजन के दौरान मर्सिडीज ने कारों की रिकॉर्ड डिलीवरी की थी। इससे कस्टमर्स की ओर से मजबूत रिस्पॉन्स का संकेत मिला था। मर्सिडीज को नए और अपडेटेड मॉडल्स के लॉन्च से बिक्री की रफ्तार बढ़ाने में सहायता मिली है। पिछले फाइनेंशियल ईयर में मर्सिडीज की देश में बिक्री वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 10 प्रतिशत बढ़कर 18,123 यूनिट्स की थी। हाल ही में कंपनी ने Maybach GLS 600 4MATIC SUV और AMG S 63 E Performance Edition को पेश किया था।
कंपनी का मानना है कि Maybach GLS 600 4MATIC SUV और AMG S 63 E Performance Edition जैसी हाई-एंड लग्जरी कारों की बढ़ती डिमांड इस सेगमेंट की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत है। प्रीमियम व्हीकल सेगमेंट में 1.5 करोड़ रुपये और इससे अधिक के प्राइस वाले व्हीकल शामिल होते हैं। सेल्स बढ़ाने के लिए कंपनी EV पर भी जोर दे रही है। मर्सिडीज का दावा है कि देश में बिकने वाले उसके प्रत्येक चार व्हीकल्स में से एक टॉप-एंड व्हीकल होता है। कंपनी को 2027 तक अपने
EV की कुल सेल्स में देश से लगभग 25 प्रतिशत योगदान मिलने का अनुमान है। कंपनी के लिए विदेश में भारत पांचवां सबसे बड़ा मार्केट है। इसके नए EV मॉडल्स पूरी तरह बिल्ड यूनिट्स के इम्पोर्ट और पूरी तरह नॉक्ड डाउन यूनिट्स के कंपनी के महाराष्ट्र में चाकन प्लांट में असेंबलिंग का मिक्स होंगे।