पिछले कुछ महीनों में बहुत से राज्यों में प्रशासन की ओर से इंटरनेट बंद करने की घटनाएं हुई हैं। झारखंड के औद्योगिक शहर जमशेदपुर में दो गुटों के बीच पत्थरबाजी के बाद इंटरनेट को बंद किया गया है। इस मामले में दोनों गुटों के बीच एक धार्मिक झंडे का अपमान करने को लेकर तनाव हुआ था। यह घटना रविवार की है।
जमशेदपुर में आगजनी और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के मामले भी हुए हैं। यह
घटना कडमा पुलिस थाने के तहत आने वाले क्षेत्र में हुई थी। इस क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है और सोमवार को सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया था। शहर की एग्जिक्यूटिव मैजिस्ट्रेट ज्योति कुमारी ने बताया, "सुरक्षा बल फ्लैग मार्च कर रहे हैं। इस क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है। इंटरनेट सर्विसेज को अगले आदेश तक बंद किया गया है।" अधिकारियों ने बताया कि पूरे क्षेत्र में रैपिड एक्शन फोर्स सहित सुरक्षा बलों की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है। जमशेदपुर के सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस, प्रभात कुमार ने कहा, "स्थिति नियंत्रण में है। क्षेत्र में जमा हुए लोगों को हटा दिया गया है। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।"
पूर्वी सिंहभूम की डिप्टी कमिश्नर, विजया जाधव ने बताया, "कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं। स्थिति को सामान्य करने के लिए पीस कमेटी और अन्य संबंधित पक्षों के साथ संपर्क किया गया है।" उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का भी निवेदन किया। विजया ने कहा, "लोगों से किन्हीं अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का निवेदन किया जाता है। अगर उन्हें कोई भड़काने वाला या अभद्र मैसेज मिलता तो कृपया पुलिस को उसकी रिपोर्ट दें।" इस मामले की जांच की जा रही है।
पिछले महीने पंजाब में भी हिंसा और उपद्रव की आशंका के कारण कुछ दिनों तक मोबाइल इंटरनेट और
SMS सर्विसेज बंद रहेंगी। राज्य के होम अफेयर्स और जस्टिस डिपार्टमेंट ने यह रोक लगाई थी। कथित खालिस्तान समर्थक Amritpal Singh के फरार होने के बाद यह रोक लगाई गई थी। पंजाब पुलिस उसे पकड़ने के लिए उसकी लगातार तलाश कर रही है। पूरे राज्य में सुरक्षा भी बढ़ाई गई थी।