दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल कंपनी Hyundai ने भारत में अपने सभी मॉडल्स में छह एयरबैग्स स्टैंडर्ड के तौर पर उपलब्ध कराने की घोषणा की है। इसके अलावा तीन प्वाइंट सीटबेल्ट और सीटबेल्ट रिमांइडर जैसे अन्य सेफ्टी फीचर्स को भी कंपनी सभी वेरिएंट्स में उपलब्ध कराएगी।
ह्युंडई के 13 मॉडल्स में से 10 में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और हिल स्टार्ट असिस्ट कंट्रोल (HAC) को सभी मॉडल्स और वेरिएंट्स में स्टैंडर्ड के तौर पर दिया जाएगा। कंपनी ने बताया है कि उसके पांच मॉडल्स में एडवांस्ड ड्राइवर एड्स सिस्टम (ADAS) भी दिया जाएगा। ह्युंडई की नई Verna को ग्लोबल
NCAP क्रैश टेस्ट में फाइव-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO, Unsoo Kim ने बताया, "देश में व्हीकल्स के सेफ्टी स्टैंडर्ड्स बढ़ाने के लिए ह्युंडई की कोशिशें जारी रहेंगी। इससे देश की सड़कें सभी के लिए सुरक्षित बन सकेंगी।"
कंपनी ने हाल ही में देश में शुरू हुए भारत NCAP क्रैश टेस्ट का भी स्वागत किया है। इसने इस टेस्ट के लिए शुरुआत में अपने तीन मॉडल्स को शामिल करने की घोषणा की है। भारत NCAP देश में रोड सेफ्टी में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत 3.5 टन तक के मोटर व्हीकल्स के लिए सेफ्टी स्टैंडर्ड्स बढ़ाए गए हैं। रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज मिनिस्ट्री ने कहा है कि इससे कार बायर्स को ऑटोमोबाइल मार्केट में उपलब्ध मोटर व्हीकल्स की क्रैश सेफ्टी का आकलन करने में आसानी होगी। भारत NCAP के तहत कार मेकर्स स्वेच्छा से अपनी कारों की टेस्टिग करा सकेंगे। क्रैश टेस्ट में कार के प्रदर्शन के आधार पर स्टार रेटिंग दी जाएंगी। कार को खरीदने से पहले कस्टमर्स इन स्टार रेटिंग को देखकर विभिन्न व्हीकल्स के सेफ्टी स्टैंडर्ड्स की तुलना कर सकेंगे।
नए सेफ्टी रेगुलेशन के लागू होने के बाद अधिक सुरक्षित कारों की डिमांड में बढ़ोतरी हो सकती है। इससे कार मेकर्स को भी सुरक्षित कारों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए Bharat NCAP का पालन करने का प्रोत्साहन मिलेगा। मिनिस्ट्री को उम्मीद है कि उच्च सेफ्टी स्टैंडर्ड्स के साथ इंटरनेशनल मार्केट में देश में बनी कारों की डिमांड में बढ़ोतरी होगी। पैसेंजर कारों के लिए दो एयरबैग्स पहले से अनिवार्य हैं। चार एयरबैग्स और जोड़ने से ऑटोमोबाइल
कंपनियों की कॉस्ट बढ़ जाएगी। बहुत से देशों में पैसेंजर व्हीकल्स में छह एयरबैग्स का नियम पहले से लागू है।