प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बताया है कि फ्रांस ने भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का इस्तेमाल करने की सहमति दी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही भारतीय पर्यटक एफिल टावर से UPI का इस्तेमाल कर पेमेंट्स कर सकेंगे। इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात, भूटान और नेपाल ने इस पेमेंट सिस्टम को लागू किया है।
मोदी ने बताया, "फ्रांस के साथ UPI के इस्तेमाल के लिए एक एग्रीमेंट हुआ है। इसकी शुरुआत एफिल टावर से होगी और अब भारतीय पर्यटक UPI के जरिए रुपये में पेमेंट कर सकेंगे।" पिछले वर्ष UPI सर्विसेज देने वाली नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने Lyra कहे जाने वाले
फ्रांस के पेमेंट सिस्टम के साथ एक MoU साइन किया था। इस वर्ष की शुरुआत में UPI और सिंगापुर के PayNow के बीच एग्रीमेंट किया गया था। इससे दोनों देशों में यूजर्स को ट्रांजैक्शंस करने की सुविधा मिलेगी। इस पेमेंट सिस्टम को अमेरिका, यूरोपीय देशों और पश्चिम एशिया में भी शुरू करने के लिए NPCI की बातचीत चल रही है।
हाल ही में बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में शामिल
माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर और समाजसेवी Bill Gates ने भी भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की तारीफ की थी।। उन्होंने इसे एक शानदार, विश्वसनीय और कम कॉस्ट वाला बताया। गेट्स का कहना था कि भारत सबसे सस्ता 5G मार्केट होगा। गेट्स ने भारत में डिजिटल पहचान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आधार, देश के पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर और बड़ी संख्या में लोगों को बैंकिंग सिस्टम में लाने के लिए हुई कोशिशों पर बात की थी। उनका कहना था, "भारत ने विशेषतौर पर आइडेंटिटी सिस्टम के साथ डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर की शुरुआत की थी। इसके साथ ही फाइनेंशियल एक्सेस और पेमेंट को एक विश्वसनीय तरीके से जोड़ा गया है। इसका इस्तेमाल कई सेक्टर्स में हो रहा है।" उन्होंने बताया था कि कोरोना ने दुनिया भर में आपातस्थिति में भुगतान के लिए डिजिटल पेमेंट सिस्टम के महत्व को प्रदर्शित किया है।
गेट्स ने कहा था, "किसी अन्य देश ने इतना बड़ा प्लेटफॉर्म नहीं बनाया। आधार के तौर पर पहचान के साथ महामारी के दौरान राहत पहुंचाने में भारत आगे रहा था। अन्य देशों के लिए भारत एक उदाहरण बन सकता है। मैं चाहूंगा कि विशेषतौर पर विकासशील देशों सहित सभी देश इन सिस्टम को लागू करें।"