दिवाली से अगला दिन इस वर्ष पिछले सात वर्षों में सबसे साफ हवा वाला रहा। हालांकि, दिवाली और इसके अगले दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को "बहुत खराब" कैटेगरी में दर्ज किया गया। दिल्ली सरकार के प्रतिबंध लगाने के बावजूद दिवाली पर लोगों ने काफी पटाखे चलाए।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिवाली के दिन AQI को 312 और मंगलवार को 303 पर दर्ज किया गया। इसे शून्य से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मॉडरेट', 200 से 300 के बीच 'खराब' और 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' माना जाता है। दिवाली के दिन इस वर्ष AQI पिछले तीन वर्षों में सबसे कम था। पिछले वर्ष दिवाली से अगले दिन यह 462 के साथ सबसे खराब था। पिछले वर्ष दिवाली के दिन यह 382 पर था। इस वर्ष मौसम की स्थितियों ने एयर क्वालिटी को बेहतर रखने में बड़ी भूमिका निभाई है।
हवा की गति से पॉल्यूटेंट्स के जमा होने में रुकावट रही। मंगलवार को सुबह हवा की गति बढ़ने से पॉल्यूशन कम हुआ। इस वर्ष पटाखों से होने वाला इमिशन भी कम लग रहा है। इसके साथ ही पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने में भी कमी हुई है। दिल्ली सरकार ने पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं और स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के मद्देनजर पटाखों की स्टोरेज, बिक्री और चलाने पर
प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माने के साथ ही छह महीने की जेल का भी प्रावधान है। पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट ने भी पॉल्यूशन की वजह से पटाखों पर बैन को हटाने से मना कर दिया था। उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों मे पटाखों की बिक्री होने से दिल्ली के बहुत से लोगों ने इस प्रतिबंध का उल्लंघन किया।
राजधानी में पिछले कई वर्षों से सर्दी के मौसम में पॉल्यूशन और घने कोहरे से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने हाल ही में ग्रीन वॉर रूम शुरू किया है। इससे राजधानी में 24 घंटे एयर पॉल्यूशन की
मॉनिटरिंग करने के साथ ही इससे निपटने की उपाय भी लागू किए जा सकेंगे। यह एडवांस्ड ग्रीन वॉर रूम 24X7 पॉल्यूशन की मॉनिटरिंग करेगा। इससे संशोधित ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) में तय किए गए जरूरी उपायों को लागू करने में भी मदद मिलेगी।