इंटरनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनी Cognizant ने अपने वर्कर्स को चेतावनी दी है कि अगर वे ऑफिस लौटने के रूल का पालन नहीं करते तो उन्हें जॉब से निकाला जा सकता है। इससे पहले भी कंपनी की ओर से वर्कर्स को ऑफिस लौटने के लिए रिमाइंडर दिए थे। कुछ अन्य सॉफ्टवेयर कंपनियों ने भी अपने वर्कर्स के लिए ऑफिस में अटेंडेंस को अनिवार्य किया है।
कॉग्निजेंट ने फरवरी में भारत में अपने वर्कर्स को एक सप्ताह में तीन दिन ऑफिस में अटेंडेंस लगाने के लिए कहा था। एक मीडिया
रिपोर्ट में कंपनी के हवाले से बताया गया है, "कृपया ध्यान दें कि निर्देशों का पालन करने में नाकाम रहने को कंपनी की पॉलिसीज के अनुसार गलत आचरण माना जाएगा और आपके खिलाफ उपयुक्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी जिसमें टर्मिनेशन तक शामिल है।" कॉग्निजेंट के CEO, Ravi Kumar S ने कहा था कि देश में सभी एसोसिएट्स से प्रति सप्ताह तीन दिन ऑफिस में होने की उम्मीद की जाती है।
देश में कॉग्निजेंट के लगभग 2,54,000 वर्कर्स हैं। इससे पहले Tata Consultancy Services (TCS) और Infosys जैसी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों ने भी अपने वर्कर्स के लिए ऑफिस में लौटना अनिवार्य किया था।
TCS ने वेरिएबल पे से जुड़ी पॉलिसी को अपडेट कर इसमें ऑफिस से वर्क को महत्वपूर्ण बनाया है। कंपनी के तिमाही नतीजे की घोषणा के बाद इस पॉलिसी को लागू किया गया था। इसमें वर्कर्स की वेरिएबल पे को तय करने के लिए चार अटेंडेंस स्लैब बनाए गए हैं।
कंपनी की नई पॉलिसी के तहत, एक तिमाही में 60 प्रतिशत से कम ऑफिस आने वालों को उस तिमाही के लिए कोई वेरिएबल पे नहीं मिलेगी। TCS के ऑफिस में 60-75 प्रतिशत अटेंडेंस वाले वर्कर्स को वेरिएबल पे का 50 प्रतिशत, और 75-85 प्रतिशत अटेंडेंस वालों को 75 प्रतिशत मिलेगा। ऑफिस में 85 प्रतिशत से अधिक अटेंडेंस वाले वर्कर्स को ही उस तिमाही के लिए पूरी वेरिएबल पे दी जाएगी। इस पॉलिसी में चेतावनी दी गई है ऑफिस से वर्क के 85 प्रतिशत के नियम का लगातार उल्लंघन करने वाले वर्कर्स के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। TCS के CEO, K Krithivasan ने ऑफिस लौटने को महत्वपूर्ण बताया था। कंपनी ने इससे पहले भी वर्कर्स को भी ऑफिस लौटने के लिए रिमाइंडर दिए थे।