देश के बड़े बिजनेस ग्रुप में शामिल अडानी ग्रुप और इजरायल की Tower Semiconductor ने महाराष्ट्र में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने के लिए टाई-अप किया है। इस प्रोजेक्ट में लगभग 10 अरब डॉलर का इनवेस्टमेंट किया जाएगा। केंद्र सरकार देश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगाने के लिए इंटरनेशनल कंपनियों को प्रोत्साहित कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य देश को
सेमीकंडक्टर में बड़ी ताकत बनाने का है। महाराष्ट्र में लगने वाले इस सेमीकंडक्टर प्लांट की शुरुआती कैपेसिटी 40,000 वेफर्स की होगी। देश का सेमीकंडक्टर मार्केट 2026 तक 63 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। पिछले कुछ वर्षों में सेमीकंडक्टर्स की डिमांड तेजी से बढ़ी है। हालांकि, इसकी तुलना में सप्लाई कम है। अडानी ग्रुप की यह एक नए सेगमेंट में एंट्री होगी। अडानी ग्रुप की मौजूदगी पोर्ट्स और ट्रांसमिशन जैसे बिजनेस में है।
अमेरिका और चीन के बीच तनाव के कारण सेमीकंडक्टर्स के सेगमेंट में बदलाव हो रहा है। इस सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो दिन के सिंगापुर के विजिट के दौरान दोनों देशों ने चिप डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग में सहयोग बढ़ाने के लिए एग्रीमेंट किया है। इसके अलावा भारत में सिंगापुर के टेक इनवेस्टमेंट को भी बढ़ाया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से जारी एक स्टेटमेंट में बताया गया है कि भारत और सिंगापुर सायबर सिक्योरिटी, फिफ्थ जेनरेशन मोबाइल नेटवर्क, सुपर कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में भी मिलकर कार्य करेंगे।
इंटरनेशनल चिप मार्केट में सप्लाई पर असर पड़ा है। इसका फायदा भारत, सिंगापुर और मलेशिया को मिल सकता है। इस वर्ष इंटरनेशनल चिप
मार्केट की सेल लगभग 588 अरब डॉलर पर पहुंच सकती है। भू-राजनीतिक जोखिमों से बचने के लिए पश्चिमी देश और चीन अलग सप्लाई चेन बनाने में जुटे हैं। भारत में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री अपने शुरुआती दौर में है। हालांकि, सिंगापुर इस सेगमेंट में देशकों से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दक्षिणपूर्व एशिया में बड़े चिप मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में से कुछ सिंगापुर में हैं। इनमें NXP Semiconductors NV से लेकर Micron Technology तक शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी की योजना भारत को टेक्नोलॉजी में सुपरपावर बनाने की है। इसके लिए एक मजबूत सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम महत्वपूर्ण होगा। भारत में सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने 21 अरब डॉलर की योजना बनाई है। सिंगापुर की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज और ऑटोमोबाइल में इस्तेमाल होने वाले मेमोरी चिप्स और मैच्योर्ड लॉजिक प्रोसेसर्स में एक्सपर्टाइज है। इसका फायदा भारत को सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को तेजी से बढ़ाने में मिल सकता है।
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