गुलाबी शहर कहे जाने वाले जयपुर में सोने की ज्वैलरी खरीदाने की पुरानी परंपरा रही है। इस शहर में ज्वैलरी के कुशल कारीगरों की बड़ी संख्या है जिनके आकर्षक डिजाइंस को दुनिया भर में पसंद किया जाता है। जयपुर में सोना सबसे अधिक ट्रेड होने वाली कमोडिटीज में शामिल है। सोने के रेट्स इन्फ्लेशन, मांग और वैश्विक नीतियों जैसे कारणों पर निर्भर करते हैं। जयपुर में आज का सोने(गोल्ड) का रेट 24 कैरेट के लिए 77,630 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट के लिए 71,160 रुपये है।
ग्राम | 24कै सोने के दाम | डेली प्राइस चेंज |
---|---|---|
1 ग्राम
|
₹ 7,763 | + ₹ 40 |
8 ग्राम
|
₹ 62,104 | + ₹ 320 |
10 ग्राम
|
₹ 77,630 | + ₹ 400 |
100 ग्राम
|
₹ 7,76,300 | + ₹ 4,000 |
ग्राम | 22कै सोने के दाम | डेली प्राइस चेंज |
---|---|---|
1 ग्राम
|
₹ 7,116 | + ₹ 35 |
8 ग्राम
|
₹ 56,928 | + ₹ 280 |
10 ग्राम
|
₹ 71,160 | + ₹ 350 |
100 ग्राम
|
₹ 7,11,600 | + ₹ 3,500 |
तिथि | 24 कैरेट | 22 कैरेट | % चेंज |
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20 नवंबर 2024
|
₹ 77,230 | ₹ 70,810 | +0.01% |
19 नवंबर 2024
|
₹ 77,220 | ₹ 70,800 | +1.89% |
18 नवंबर 2024
|
₹ 75,790 | ₹ 69,490 | 0% |
15 नवंबर 2024
|
₹ 75,910 | ₹ 69,600 | +0.14% |
14 नवंबर 2024
|
₹ 75,800 | ₹ 69,500 | -1.56% |
13 नवंबर 2024
|
₹ 77,000 | ₹ 70,600 | -0.56% |
12 नवंबर 2024
|
₹ 77,440 | ₹ 71,000 | -1.87% |
11 नवंबर 2024
|
₹ 78,910 | ₹ 72,350 | 0% |
8 नवंबर 2024
|
₹ 79,620 | ₹ 73,000 | +1.18% |
7 नवंबर 2024
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₹ 78,710 | ₹ 72,150 | -2.24% |
6 नवंबर 2024
|
₹ 80,500 | ₹ 73,800 | +0.14% |
5 नवंबर 2024
|
₹ 80,390 | ₹ 73,700 | -0.14% |
4 नवंबर 2024
|
₹ 80,550 | ₹ 73,800 | 0% |
30 अक्टूबर 2024
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₹ 81,310 | ₹ 74,550 | +0.88% |
29 अक्टूबर 2024
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₹ 80,600 | ₹ 73,900 | 0% |
शहर में सोने की काफी ट्रेडिंग होती है। जयपुर के निवासियों को ज्वैलरी, बुलियन और बार के तौर पर सोना खरीदना पसंद है। त्योहारों और विवाह के सीजन के दौरान सोने की ज्वैलरी और सिक्कों की बहुत से लोग खरीदारी करते हैं। सोने की कीमतें अधिक होने से भी शहर के लोगों की दिलचस्पी इस कीमती मेटल में कम नहीं होती।
अन्य शहरों की तरह जयपुर में भी सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है। इसके रेट्स पर असर डालने वाले कुछ महत्वपूर्ण कारणों में इन्फ्लेशन, डॉलर की वैल्यू, राज्य के टैक्स, ऑक्ट्रॉय, मेकिंग चार्ज, इंटरेस्ट रेट में बदलाव और आयात की लागत शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय कारणों में वैश्विक उत्पादन, करेंसी की मजबूती, क्रूड ऑयल के प्राइसेज और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीतियां हैं।
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