बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल Tesla का भारत में पहला शोरूम मुंबई के ब्रांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में खुल सकता है। कंपनी ने BKC की Maker Maxity बिल्डिंग में लगभग 4,000 स्क्वेयर फुट का स्पेस लीज पर लिया है। इसके लिए लगभग 2.11 करोड़ रुपये का सिक्योरिटीज डिपॉजिट दिया गया है। इस स्पेस का किराया 35.26 लाख रुपये प्रति माह का होगा।
रियल एस्टेट डेटा एनालिटिक्स फर्म CRE Matrix से सोर्स किए गए रजिस्ट्रेशन डॉक्युमेंट्स के अनुसार, इस स्पेस के लिए लाइसेंसी Tesla India Motor & Energy Pvt है, जिसका महाराष्ट्र में पुणे के विमान नगर में पंचशील बिजनेस पार्क में ऑफिस है।
NDTV Profit ने इस स्पेस के लिए लीज एंड लाइसेंस एग्रीमेंट की कॉपी देखी है। यह रेंट एग्रीमेंट पांच वर्षों के लिए किया गया है। इस वर्ष की दूसरी छमाही में कंपनी देश में बिजनेस शुरू कर सकती है।
पिछले महीने प्रधानमंत्री Narendra Modi के अमेरिका दौरे के दौरान टेस्ला के प्रमुख Elon Musk ने उनके साथ मीटिंग की थी। शुरुआत में कंपनी जर्मनी के बर्लिन में अपनी फैक्टरी से EV का इम्पोर्ट कर सकती है। अगले कुछ वर्षों में देश में कंपनी अपनी फैक्टरी लगा सकती है। देश में EV की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार नई पॉलिसी पर कार्य कर रही है। पिछले वर्ष मार्च में सरकार ने विशेष शर्तों के साथ EV के इम्पोर्ट पर कस्टम ड्यूटी घटाकर 15 प्रतिशत किया था। नई EV पॉलिसी में कार मेकर्स के लिए कारोबार शुरू करने के दूसरे वर्ष के अंदर टर्नओवर को 2,500 करोड़ रुपये करने की जरूरत हो सकती है। इसके साथ ही सरकार इम्पोर्ट ड्यूटी छूट बढ़ा सकती है।
पिछले वर्ष पेश की गई पॉलिसी में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए न्यूनतम 4,150 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करने की जरूरत थी। इसमें मैन्युफैक्चरिंग को तीन वर्षों के अंदर शरू किया जाना था। नई EV पॉलिसी की घोषणा इस महीने हो सकती है। इसके लिए आवेदनों को अगले कुछ महीनों में मंजूरी दी जा सकती है। देश में इलेक्ट्रिक कारों के इम्पोर्ट के लिए शुरुआत में
टेस्ला जर्मनी के बर्लिन में अपनी गीगाफैक्टरी पर निर्भर कर सकती है। कंपनी की योजना पहले दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री करने की है।