बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों में शामिल Tesla ने इस वर्ष के अंत तक फुली ऑटोनॉमस व्हीकल्स को लॉन्च करने की तैयारी की है। पिछले कुछ वर्षों से कंपनी इस टेक्नोलॉजी को डिवेलप कर रही है। Tesla के CEO, Elon Musk इससे पहले फुली ऑटोनॉमस सेल्फ-ड्राइविंग व्हीकल्स लाने की अपनी समयसीमा को पूरी नहीं कर सके थे।
मस्क ने चीन के शंघाई में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर एक कॉन्फ्रेंस को वीडियो लिंक के जरिए अपने संबोधन में कहा, "मुझे लगता है कि हम बिना मानवीय निगरानी के फुल सेल्फ-ड्राइविंग हासिल करने के काफी निकट हैं। मेरा मानना है कि इस वर्ष के अंत तक इस तरह के व्हीकल्स को लॉन्च किया जा सकता है।" उन्होंने यह माना कि इस टेक्नोलॉजी को लॉन्च करने की पिछली समयसीमा को लेकर उनका पूर्वानुमान गलत था। मस्क ने कहा, "मुझे लगता है कि इस बार हम पहले की तुलना में इसके निकट पहुंच गए हैं।"
टेस्ला के लिए चीन सबसे बड़ा मार्केट है। हाल ही में कंपनी ने बताया था कि वह शंघाई में दूसरी बड़ी फैक्टरी लगाएगी।
टेस्ला की दूसरी तिमाही में व्हीकल्स की डिलीवरी 83 प्रतिशत बढ़ी है। कंपनी ने पिछले कुछ महीनों में कई बार व्हीकल्स के प्राइसेज घटाए हैं। इसके साथ ही मैन्युफैक्चरिंग की कैपेसिटी भी बढ़ाई गई है। कंपनी ने अप्रैल से जून के बीच दुनिया भर में 4,66,140 व्हीकल्स की
बिक्री की। पिछले वर्ष की समान अवधि में टेस्ला ने 2,54,695 यूनिट्स बेची थी। कंपनी की दूसरी तिमाही में कुल डिलीवरी में लगभग 96 प्रतिशत हिस्सेदारी मॉडल Y क्रॉसओवर और एंट्री-लेवल सेडान मॉडल 3 की थी। टेस्ला ने अप्रैल से जून के बीच 4,79,700 व्हीकल्स का प्रोडक्शन किया। इस वर्ष की पहली छमाही में इसकी की सेल्स लगभग नौ लाख व्हीकल्स की है। कंपनी ने पहली तिमाही में 4,22,875 यूनिट्स बेची थी।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका दौरे के दौरान मस्क के साथ मुलाकात की थी और उन्हें भारत में इनवेस्टमेंट के लिए प्रोत्साहित किया था। इससे पहले टेस्ला के सीनियर एग्जिक्यूटिव्स ने देश में फैक्टरी लगाने को लेकर केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी। मोदी के साथ मुलाकात के बाद मस्क ने कहा था कि भारत के भविष्य को लेकर वह बहुत उत्साहित हैं। उनका कहना था कि दुनिया में किसी अन्य बड़े देश की तुलना में भारत में अधिक संभावनाएं हैं।