देश की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors ने अपने मिनी ट्रक 'Ace' को कस्टमर्स तक पहुंचाना शुरू कर दिया है। इसकी कीमत 9.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। कंपनी ने इस इलेक्ट्रिक मिनी ट्रक की 10 शहरों में डिलीवरी शुरू की है। इनमें दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे बड़े शहर हैं।
इसकी शुरुआती 25 यूनिट्स की डिलीवरी ई-कॉमर्स और FMCG से जुड़ी कंपनियों और उनके लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर्स को की गई है। इनमें Amazon, Delhivery, DHL, FedEx, Flipkart, Johnson & Johnson Consumer Health, MoEVing, Safexpress और Trent शामिल हैं। टाटा मोटर्स ने पिछले वर्ष Ace EV को पेश किया था। इसके लिए शुरुआत में लगभग 39,000 यूनिट्स के ऑर्डर्स Amazon, BigBasket, City Link, DOT, Flipkart, LetsTransport, MoEVing और Yelo EV जैसी कंपनियों ने दिए थे।
इस बारे में टाटा मोटर्स के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, Girish Wagh ने बताया कि इस इलेक्ट्रिक मिनी ट्रक में FMCG, पार्सल और कूरियर कंपनियों की अधिक दिलचस्पी है।
टाटा मोटर्स इसके ऑर्डर्स को जल्द पूरा करने में जुटी है। कंपनी को कुछ देशों में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह से सप्लाई चेन से जुड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे इसके प्रोडक्शन पर असर पड़ा है। हालांकि, कंपनी के पास उत्तराखंड के पंत नगर के अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में पर्याप्त कैपेसिटी है। कंपनी ने बैटरी स्टैंडर्ड्स को लेकर नए रेगुलेशन का पालन किया है।
कंपनी ने बताया कि यह उसके EVOGEN पावरट्रेन का इस्तेमाल करने वाला पहला प्रोडक्ट है, जिसकी सर्टिफाइड रेंज सिंगल चार्ज में लगभग 154 किलोमीटर की है। इसके साथ कंपनी पांच वर्ष का मुफ्त सालाना मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट भी दे रही है। टाटा मोटर्स ने अपने मिनी ट्रक Ace को कम्बश्चन इंजन के साथ लगभग 17 वर्ष पहले लॉन्च किया था। इसकी 20 लाख से अधिक यूनिट्स बेची जा चुकी हैं। टाटा मोटर्स ने पिछले महीने 50,000 इलेक्ट्रिक कारों की डिलीवरी की उपलब्धि हासिल की थी। देश में
EV की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। कार्बन इमिशन को कम करने और फ्यूल के इम्पोर्ट को घटाने के लिए केंद्र सरकार ने EV को बढ़ावा देने के उपाय किए हैं। बहुत सी राज्य सरकारें भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीदारी पर लोगों को सब्सिडी दे रही हैं।