इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मेकर Ola Electric की बिक्री में कमी हो रही है। जनवरी में भी यह इस सेगमेंट में तीसरे स्थान पर है। वाहन पोर्टल के 15 जनवरी के डेटा के अनुसार, इस महीने के पहले पखवाड़े में कंपनी ने लगभग 6,655 यूनिट्स की बिक्री की है। यह 18 प्रतिशत मार्केट शेयर के बराबर है।
पिछले वर्ष की शुरुआत में ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट शेयर 50 प्रतिशत से अधिक का था। एक मीडिया
रिपोर्ट के अनुसार, सेगमेंट में Bajaj Auto और TVS Motor ने ओला इलेक्ट्रिक को पीछे छोड़ा है। इन दोनों कंपनियों के पास संयुक्त तौर पर 48 प्रतिशत का मार्केट शेयर है। Ather Energy का मार्केट शेयर बढ़कर 14.2 प्रतिशत पर पहुंच गया है। ओला इलेक्ट्रिक को सर्विस में कमियों को लेकर कस्टमर्स की बड़ी संख्या में शिकायतों की वजह से मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने कंपनी से दोबारा इस बारे में जानकारी मांगी है।
पिछले महीने भी CCPA ने
ओला इलेक्ट्रिक को पत्र भेजकर यह जानकारी मांगी थी। कर्नाटक हाई कोर्ट ने CCPA के पिछले पत्र का उत्तर देने के लिए कंपनी को छह सप्ताह की समयसीमा दी थी। इससे पहले ओला इलेक्ट्रिक को मार्केट्स रेगुलेटर ने डिस्क्लोजर से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने पर चेतावनी दी थी। कंपनी के चीफ, Bhavish Aggarwal के महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में स्टॉक एक्सचेंज को फाइलिंग से पहले सोशल मीडिया पर घोषणा करने के कारण यह चेतावनी दी गई थी।
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने कंपनी को प्रशासनिक चेतावनी से जुड़ी एक ईमेल भेजी थी। ओला इलेक्ट्रिक को कर्नाटक हाई कोर्ट से भी बड़ा झटका लगा था। CCPA की ओर से जारी किए गए एक नोटिस को हाई कोर्ट ने खारिज करने से मना कर दिया था। यह नोटिस कंपनी के खिलाफ जांच के हिस्से के तौर पर दिया गया था। इसमें ओला इलेक्ट्रिक के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को लेकर कस्टमर्स की 10,000 से अधिक शिकायतों के बाद अतिरिक्त डॉक्यूमेंट मांगे गए थे। हाई कोर्ट ने कहा था कि यह नोटिस एक सक्षम जांच अधिकारी ने जारी किया है और कंपनी को मांगे गए दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे। CCPA ने ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ बड़ी संख्या में शिकायतों की शुरुआती जांच की थी। इसमें कस्टमर्स के अधिकारों का उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापन और सर्विस में कमियों से जुड़े उल्लंघन पाए गए थे।