देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस सेगमेंट में एक हवा में उड़ने वाला व्हीकल भी पेश किया गया है। IIT, मद्रास के स्टार्टअप ने एक इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी का प्रोटोटाइप डिवेलप किया है। इसका दावा है कि यह एक हेलीकॉप्टर से भी तेजी से पैसेंजर्स को ले जा सकती है।
इस स्टार्टअप की शुरुआत लगभग छह वर्ष पहले हुई थी। इसने बेंगलुरु में आयोजित Aero India शो में इस फ्लाइंग टैक्सी का प्रोटोटाइप प्रदर्शित किया है। इस इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्स को डिवेलप करने वाली ePlan कंपनी का
दावा है कि इससे शहरों में यात्रा तेज और आसान हो सकती है। यह प्रोटोटाइप एक इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग (eVOTL) मॉडल है। इसकी सिंगल चार्ज में रेंज लगभग 200 किलोमीटर की है। इसके कारों की तुलना में लगभग 10 गुना तेजी से यात्रा करने का दावा किया गया है।
इसकी कॉस्ट प्रति पैसेंजर एक राइड के लिए ऐप के जरिए कैब सर्विसेज देने वाली
Uber के समान दूरी के चार्ज से लगभग दोगुनी बताई गई है। ePlane कंपनी के CEO, Pranjal Mehta और CTO, Satya Chakravarthy ने बताया कि उन्हें फ्लाइंग टैक्सी बनाने का आइडिया इलेक्ट्रिक ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन पर एक वीडियो देखकर मिला था। इस फ्लाइंग टैक्सी को लैंडिंग या टेकऑफ के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं है। यह 25 स्क्वेयर मीटर के एरिया में पार्क की जा सकती है। इसका भार लगभग 200 किलोग्राम है और प्रोपेलर्स के तौर पर इसमें एक चार डक्टेड फैन हैं।
एक राइड में इसमें दो पैसेंजर्स बैठ सकते हैं। यह 150 kmph और 200 kmph की स्पीड पर क्रूज कर सकती है। यह अधिकतम 457 मीटर तक की ऊंचाई पर जा सकती है। इसकी बैटरी के साइज और चार्जिंग के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि, इसकी बैटरी को स्वैप नहीं किया जा सकता है। हेलीकॉप्टर से टैक्सी की तरह राइड की सर्विस कुछ देशों में उपलब्ध है। ePlane कंपनी ने इस प्रोटोटाइप को डिवेलप करने के लिए लगभग 10 लाख डॉलर का फंड जुटाया है। इस फ्लाइंग टैक्सी को ऑपरेट करने के लिए एक पायलट की जरूरत है। हालांकि, ePlane कंपनी की योजना इसे ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी से लैस करने की है। यह सिंगल चार्ज में 10 से 15 किलोमीटर के लगभग 10 ट्रिप कर सकती है।