बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनियों में शामिल Tesla को अपने फाउंडर Elon Musk के माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter के लिए बिड लगाने के बाद से बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। मस्क ने अप्रैल में ट्विटर के लिए बिड दी थी और इसके बाद से टेस्ला की मार्केट वैल्यू लगभग आधी घट गई है। इससे मस्क की वेल्थ में भी लगभग 70 अरब डॉलर की कमी हुई है और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति का उनका खिताब गंवाने का रिस्क है।
टेस्ला का शेयर प्राइस अप्रैल में 340 डॉलर से कुछ अधिक था। इसके बाद ट्विटर ने एक फाइलिंग में बताया था कि मस्क ने कंपनी को खरीदने के लिए लगभग 44 अरब डॉलर की बिड दी है। इससे
टेस्ला के शेयर प्राइस पर बड़ा असर पड़ा था। कंपनी का शेयर लगभग आधा घटकर लगभग 174 डॉलर पर है। टेस्ला के शेयर पर चीन के शंघाई में कंपनी की फैक्टरी में मुश्किलों के कारण भी प्रेशर पड़ा है। ट्विटर को खरीदने के लिए मस्क ने भारी कर्ज लेने के साथ ही टेस्ला के लगभग 20 अरब डॉलर के शेयर भी बेचे हैं। इससे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति का उनका
खिताब छिन सकता है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के मार्केट में कॉम्पिटिशन भी बढ़ रहा है। इसमें कई वर्षों तक टॉप पर रहने वाली Tesla लगातार दूसरी तिमाही में दूसरे स्थान पर रही है। EV की सबसे अधिक बिक्री वाले मार्केट के तौर पर चीन बरकरार है। इसके बाद यूरोप और अमेरिका हैं। चीन में EV की बिक्री दोगुने से अधिक बढ़कर 17 लाख यूनिट्स से अधिक की रही। यह पिछले वर्ष की इसी तिमाही में लगभग 8.8 लाख यूनिट्स की थी। चीन की ऑटोमोबाइल कंपनी BYD ने अपना पहला स्थान और मजबूत किया है। इसने टेस्ला के साथ अपने अंतर को भी बढ़ाया है।
BYD ने 5.37 लाख से अधिक EV यूनिट्स की शिपमेंट की। यह वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 197 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। टेस्ला की सेल्स 43 प्रतिशत बढ़कर 3.43 लाख यूनिट्स से कुछ अधिक थी। कंपनी के व्हीकल्स की यूरोप में डिमांड बढ़ी है। टेस्ला ने तीसरी तिमाही में जर्मनी में मॉडल Y की रिकॉर्ड संख्या में डिलीवरी की है। कंपनी को बर्लिन की अपनी फैक्टरी में प्रोडक्शन बढ़ाने का फायदा मिला है। हालांकि, इसके व्हीकल्स की कुल डिलीवरी लॉजिस्टिक्स की समस्याओं के कारण अनुमान से कम रही है। ग्लोबल EV मार्केट में तीसरे स्थान पर चीन की एक अन्य कंपनी Wuling रही। इसकी बिक्री में 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।