स्टेबलकॉइन Terra ने बड़ी गिरावट के बाद बनाई रिकवरी की योजना

स्टेबलकॉइन्स ऐसी क्रिप्टोकरेंसीज होते हैं जो अपने मार्केट प्राइस को गोल्ड या सामान्य करेंसीज जैसे किसी रिजर्व एसेट से जोड़ने की कोशिश करते हैं

स्टेबलकॉइन Terra ने बड़ी गिरावट के बाद बनाई रिकवरी की योजना

क्रिप्टो का तेजी से बढ़ता वर्जन स्टेबलकॉइन एक्सचेंज के प्रमुख माध्यम के तौर पर उभरा है

ख़ास बातें
  • USD Coin, Tether और Binance USD कुछ लोकप्रिय स्टेबलकॉइन्स हैं
  • TerraUSD का मार्केट कैप आधे से अधिक गिर गया है
  • इस स्टेबलकॉइन को मजबूत करने के लिए रिजर्व का इस्तेमाल किया जाएगा
विज्ञापन
पिछले कुछ दिनों में क्रिप्टो मार्केट में भारी बिकवाली के बीच स्टेबलकॉइन TerraUSD का प्राइस भी काफी घट गया है। इसके को-फाउंडर ने इस गिरावट को थामने के लिए रिजर्व का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। पिछले सप्ताह तक TerraUSD का मार्केट कैपिटलाइजेशन 18.5 अरब डॉलर से अधिक का था। इसके बाद से यह आधे से भी अधिक घट गया है और लगभग 8.6 अरब डॉलर पर है।

स्टेबलकॉइन्स ऐसी क्रिप्टोकरेंसीज होते हैं जो अपने मार्केट प्राइस को गोल्ड या सामान्य करेंसीज जैसे किसी रिजर्व एसेट से जोड़ने की कोशिश करते हैं। ये ऐसी डिजिटल ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक इस्तेमाल होते हैं जिनमें वर्चुअल एसेट्स को वास्तविक एसेट्स में कन्वर्ट करना शामिल होता है। USD Coin, Tether और Binance USD कुछ लोकप्रिय स्टेबलकॉइन्स हैं, जो अमेरिकी डॉलर से जुड़े हैं। क्रिप्टो का तेजी से बढ़ता वर्जन स्टेबलकॉइन एक्सचेंज के प्रमुख माध्यम के तौर पर उभरा है। इसका इस्तेमाल अक्सर ट्रेडर्स की ओर से फंड भेजने के लिए किया जाता है। प्रमुख स्टेबलकॉइन्स को बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के लिए एक्सचेंज करना आसान है। 

अन्य स्टेबलकॉइन्स का सामान्य एसेट्स में रिजर्व होता है लेकिन TerraUSD इसे एक एल्गोरिद्म के जरिए बरकरार रखता है, जो एक अन्य बैलेंसिंग टोकन Luna के इस्तेमाल से सप्लाई और डिमांड को नियंत्रित रखती है। एल्गोरिद्मिक स्टेबलकॉइन कहे जाने वाले TerraUSD ने मंगलवार को डॉलर के साथ अपने 1:1 के जुड़ाव को तोड़ दिया। प्राइस वेबसाइट Coingecko के अनुसार, बुधवार को यह 0.30 डॉलर तक गिर गया था। हालांकि, बाद में यह बढ़कर लगभग 0.60 डॉलर तक पहुंच गया। Luna में बुधवार को 94 प्रतिशत से अधिक टूटा था और 0.85 डॉलर तक गिर गया था। बाद में यह यह बढ़कर 1.20 डॉलर तक पहुंचा था।

Kwon ने ट्वीट्स कर बताया कि TerraUSD को दोबारा मजबूत करने के लिए बाहरी फंडिंग हासिल करने की कोशिश की जाएगी। इसका मतलब है कि यह एक एल्गोरिद्म पर निर्भर करने के बजाय रिजर्व को आधार बनाएगा। Kwon ने इस स्टेबलकॉइन के इनवेस्टर्स को भी आश्वस्त करने की कोशिश की। उनका कहना था, "शॉर्ट टर्म में गिरावट से यह तय नहीं होता कि आप कहां पहुंच सकते हैं।" हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने TerraUSD का प्राइस टूटने को एक झटका भी बताया। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Crypto, Reserve, Selling, Stablecoin, Investors, Supply, Terra
गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Maruti Suzuki की 500 Km रेंज वाली e Vitara इलेक्ट्रिक SUV का भारत में लॉन्च कंफर्म! जानें क्या होगा खास?
  2. गलती से iPhone मंदिर की दानपेटी में गिरा, वापस मांगा तो प्रशासन बोला- 'नहीं मिलेगा, अब यह भगवान का ...'
  3. Ursid Meteor Shower 2024: दिसंबर में इस दिन होगी उल्काओं की बारिश! ऐसे देखें अद्भुत नजारा
  4. JioTag Go vs JioTag Air: Rs 1,499 में कौन सा डिवाइस ट्रैकर है बेस्ट?
  5. मारूति सुजुकी जनवरी में पेश करेगी अपना पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल eVitara
  6. Lava Blaze Duo 5G फोन Rs 2 हजार सस्ते में खरीदने का मौका, 64MP कैमरा, 8GB रैम जैसे हैं फीचर्स
  7. OnePlus Watch 3 के लॉन्च से पहले रेंडर्स लीक, डिजाइन, बैटरी समेत कई फीचर्स का खुलासा
  8. सिंगल चार्ज में 11 घंटे चलने वाला Xiaomi Burgundy Red Mini ब्लूटूथ स्पीकर लॉन्च, जानें कीमत
  9. देश की EV इंडस्ट्री 2030 तक बढ़कर 20 लाख करोड़ रुपये की होगीः गडकरी 
  10. Pushpa 2 Collection Day 16: अल्लू अर्जुन की Pushpa-2 भारत में Rs 1000 करोड़ के पार!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »