अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले क्रिप्टोकरेंसी के जबरदस्त हिमायती हैं। राष्ट्रपति बुकेले ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व (फेड) के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों पर आधारित एक हालिया रिपोर्ट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अपने ताजा ट्वीट में राष्ट्रपति बुकेले ने कहा है कि फेडरल रिजर्व को पैसे की अधिक छपाई को बंद कर देना चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से बढ़ती हुई मुद्रास्फीति से लड़ने की उसकी कोशिशें प्रभावी साबित नहीं हो रहीं। अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति ने अनुरोध किया है कि फेड "चीजों के बदतर बनने" के डर से पैसों की छपाई करना बंद कर दे।
सीनेट बैंकिंग कमिटी के सामने फेडरल रिजर्व अध्यक्ष की टिप्पणी पर ब्लूमबर्ग ने 30 नवंबर को
रिपोर्ट दी थी। यह कहा गया था कि डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों ही अमेरिका में बढ़ती कीमतों और मुद्रास्फीति के बारे में चिंतित थे। अत्यधिक मुद्रास्फीति को डिफाइन करने वाले टर्म "transitory" को भी सेंट्रल बैंक द्वारा हटा दिया गया था। फेड अध्यक्ष ने मुद्रास्फीति के दबाव से लड़ने के लिए हर जरूरी कदम उठाने का संकल्प भी लिया है।
फेड अध्यक्ष पावेल ने ब्याज दरें बढ़ाने या यहां तक कि फेड के बांड-खरीद कार्यक्रम को खत्म करने का भी सुझाव दिया है।
इसी के बाद अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने अमेरिका में बिगड़ती आर्थिक और वित्तीय स्थिति के लिए फेडरल रिजर्व के दृष्टिकोण पर जारी रिपोर्ट पर ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
राष्ट्रपति बुकेले जहां फेडरल रिजर्व के दृष्टिकोण पर अपनी टिप्पणी दे रहे हैं, वही एक हफ्ते पहले ही उन्होंने बिटकॉइन में गिरावट का फायदा भी उठाया था। 26 नवंबर को बुकेले ने कहा था कि अल सल्वाडोर ने डिस्काउंट के साथ 100 एक्स्ट्रा कॉइन हासिल किए। गौरतबल है कि बीते दिनों बिटकॉइन की वैल्यू में गिरावट देखने को मिली थी।
ताजा खरीदारी के बाद अल साल्वाडोर के कब्जे में वर्तमान में कुल 1220 बिटकॉइन हैं। इस हिसाब से इस देश के पास $ 71.5 मिलियन (लगभग 536.08 करोड़ रुपये) की
बिटकॉइन हैं। पिछले कुछ महीनों में कई वजहों से सुर्खियों में रहने वाले राष्ट्रपति बुकेले ने हाल ही में बिटकॉइन माइनिंग को तेज करने के लिए कोंचगुआ ज्वालामुखी के बेस पर "बिटकॉइन सिटी" बनाने की अपनी योजना का भी खुलासा किया है।