क्रिप्टोकरंसी पर भारत में केंद्र सरकार की ओर से
बैन लगाने की आशंका से क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को भारी गिरावट आई। क्रिप्टो एक्सचेंज CoinSwitch Kuber पर Bitcoin की वैल्यू 25.51 प्रतिशत घटकर 46,601 डॉलर (लगभग 34 लाख रुपये) की थी। हालांकि, इंटरनेशनल लेवल पर
Bitcoin की वैल्यू में अधिक गिरावट नहीं आई। CoinMarketCap पर Bitcoin 56,377 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। हाल के महीनों में यह पहली बार है कि जब Bitcoin में इतनी गिरावट आई है। Bitcoin ने 9 नवंबर को 68,327.99 डॉलर का अभी तक का हाई लेवल छुआ था।
Ether का प्राइस भी 20.83 प्रतिशत घटकर 3,622 डॉलर पर था। सबसे अधिक वैल्यू वाली दो क्रिप्टोकरंसी में बड़ी गिरावट का असर अन्य क्रिप्टो टोकन्स पर भी पड़ा। Ripple, Polkadot, USDCoin, Dogecoin और Shiba Inu के प्राइसेज में भी काफी कमी आई है। ऐसी रिपोर्ट है कि संसद के आगामी सत्र में सरकार सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरंसी पर देश में प्रतिबंध लगाने वाला एक बिल ला सकती है।
सरकार की योजना देश के लिए एक ऑफिशियल डिजिटल करंसी लाने की भी है। संसद के बजट सत्र में इसी तरह का एक बिल लाने की तैयारी थी लेकिन उस पर चर्चा नहीं हो सकी थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रिप्टोकरंसी से जुड़ी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए बिल में कुछ छूट दी जा सकती है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होना है और इसमें क्रिप्टोकरंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करंसी बिल को पेश किया जाएगा।
एक अनुमान के अनुसार, देश में लगभग 10 करोड़ लोगों के पास क्रिप्टोकरंसी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की ओर से क्रिप्टोकरंसी पर रोक लगाने की कोशिश से देश में क्रिप्टोकरंसी में इनवेस्टमेंट करने वाले चिंतित हैं। ट्विटर पर #WazirX, #CoinDCX, #BlackBill और #CryptoBan जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
सितंबर में चीन ने भी क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटीज पर बैन लगाया था। इससे क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट आई थी। चीन सरकार ने फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस पर क्रिप्टोकरंसी से जुड़ी ट्रांजैक्शंस की सुविधा देने पर रोक लगाई थी। इसका उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई थी। Bitcoin की माइनिंग पर चीन में बैन लगने से दुनिया की इस सबसे अधिक ट्रेडिंग वाली क्रिप्टोकरंसी के प्राइस पर बड़ा असर पड़ा था।