पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज में ट्रेडिंग तेजी से बढ़ी है। इसके साथ ही इस सेगमेंट पर हैकर्स के अटैक और स्कैम के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। पिछले कुछ महीनों में कुछ बड़ी क्रिप्टो फर्मों को हैकर्स ने निशाना बनाया है। अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) ने चेतावनी दी है कि क्रिप्टो सेगमेंट पर नॉर्थ कोरिया के हैकर्स के अटैक बढ़ रहे हैं।
पिछले महीने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX को हैकर्स ने निशाना बनाया है। इसमें नॉर्थ कोरिया के हैकर्स के शामिल होने की रिपोर्ट है। इस मामले में WazirX से लगभग 23 करोड़ डॉलर का फंड चुराया गया था। FBI ने बताया, "हैकर्स अपने शिकार को सोशल मीडिया पर उसकी एक्टिविटी के जरिए तलाशते हैं। इसके बाद पीड़ितों को विभिन्न तरीकों से फंसाया जाता है।" इन हैकर्स से बचने के लिए FBI ने
क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स की लॉगिन, पासवर्ड और प्राइवेट कीज से जुड़ी जानकारी इंटरनेट से कनेक्टेड डिवाइसेज पर स्टोर नहीं करने की सलाह दी है।
WazirX ने हैकर्स के अटैक के बाद अपने प्लेटफॉर्म पर सभी डिपॉजिट और विड्रॉल को रोक दिया था। इस एक्सचेंज ने चुराए गए फंड को लौटाने के लिए हैकर को लगभग 2.3 करोड़ डॉलर (लगभग 192 करोड़ रुपये) की पेशकश की थी। क्रिप्टो मार्केट पर भी इस मामले का असर पड़ा था। इससे क्रिप्टो एक्सचेंजों में सिक्योरिटी की मजबूती को लेकर सवाल उठे थे।
FBI ने मार्च में एक
रिपोर्ट में बताया है था पिछले वर्ष क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट की आड़ में फ्रॉड बढ़कर 3.94 अरब डॉलर के थे। इससे पिछले वर्ष में इन फ्रॉड में लोगों ने लगभग 2.57 अरब डॉलर की रकम गंवाई थी। इस तरह के स्कैम्स में जालसाज क्रिप्टो से जुड़े इनवेस्टमेंट की एडवाइज की पेशकश करते हैं और लोगों को जाली टोकन्स में रकम लगाने के लिए कहते हैं। इसमें अधिक रिटर्न मिलने का लालच दिया जाता है। आमतौर पर, इस स्कैम में लोगों को फंसाने के लिए Facebook और Twitter जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया जाता है। FBI ने बताया था कि पिछले वर्ष उसे फाइनेंशियल स्कैम की लगभग 8,80,400 शिकायतें मिली थी। इन स्कैम्स में लगभग 12.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स भी बनाए जा रहे हैं।