पिछले कुछ दिनों की तेजी के बाद क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को कमजोरी थी। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin लगभग 5.38 प्रतिशत घटकर लगभग 62,800 डॉलर पर था। पिछले सप्ताह बिटकॉइन ने 73,000 डॉलर से अधिक का हाई लेवल बनाया था। अमेरिका में इंटरेस्ट रेट्स को नहीं घटाने के फैसले से इसमें गिरावट हुई है।
Ether का प्राइस छह प्रतिशत के नुकसान के साथ 3,104 डॉलर पर था। हाल ही में
Ether ने 3,900 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके अलावा Avalanche, Solana, Binance Coin, Polkadot, Chainlink, Tron और Polygon के प्राइस गिरे हैं। Wrapped Bitcoin और Iota जैसी कुछ क्रिप्टोकरेंसीज में मामूली तेजी थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 5.75 प्रतिशत घटकर लगभग 2.31 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon ने Gadgets360 को बताया, "Ether के 3,000 डॉलर के सपोर्ट लेवल को बरकरार रखने से इसके प्राइस में रिकवरी हो सकती है। हालांकि, इससे नीचे गिरने पर यह लगभग 2,800 डॉलर तक जा सकता है।" क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने कहा, "Solana का प्राइस एक दिन में 13 प्रतिशत से अधिक घटा है। हालांकि, Fantom जैसे अन्य लेयर - 1 ब्लॉकचेन्स में भारी तेजी से सकारात्मक संकेत मिल रहा है।"
देश में
क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। पिछले सप्ताह वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। हाल ही में क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण ने कहा, "सरकार का हमेशा यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स को ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।" अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इन ETF में फंडिंग लगातार बढ़ रही है। हाल ही में कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कहा था कि ट्रांजैक्शंस में आसानी की वजह से स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स का रुख क्रिप्टोकरेंसीज की ओर हो सकता है।