पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को इंटरनेशनल और भारतीय एक्सचेंजों पर 0.42 प्रतिशत से लेकर लगभग 1.20 प्रतिशत का नुकसान था। CoinSwitch जैसे भारतीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 59,315 डॉलर और इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 56,490 डॉलर का था।
Ether में एक प्रतिशत से कम का नुकसान था। Gadgets360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, इसका प्राइस लगभग 2,453 डॉलर पर था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर यह लगभग 2,327 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Binance Coin, Solana, USD Coin, Ripple, Cardano, Polkadot, Near Protocol और Stellar के प्राइस भी घटे हैं। पिछले एक दिन में
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.51 प्रतिशत घटकर लगभग 1.99 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "अमेरिका में CPI डेटा जारी होने से पहले मार्केट में वोलैटिलिटी हो सकती है। अगर इन्फ्लेशन अनुमान से कम होती है तो शॉर्ट-टर्म में मार्केट में तेजी आ सकती है।" क्रिप्टो एक्सचेंज Giottus के CEO, Vikram Subburaj ने कहा, "बिटकॉइन लगभग 57,000 डॉलर के निकट कंसॉलिडेट हो रहा है। इसमें नौ दिनों तक एक अरब डॉलर से ज्यादा का आउटफ्लो हुआ है। बिटकॉइन ETFs में मंगलवार को 3.4 करोड़ डॉलर का नेट इनफ्लो हुआ था। इससे इनवेस्टर्स के विश्वास का संकेत मिल रहा है।"
हाल ही में अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) ने चेतावनी दी थी कि क्रिप्टो सेगमेंट पर नॉर्थ कोरिया के हैकर्स के अटैक बढ़ रहे हैं। पिछले महीने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX को हैकर्स ने निशाना बनाया था। इसमें नॉर्थ कोरिया के हैकर्स के शामिल होने की रिपोर्ट है। इस मामले में WazirX से लगभग 23 करोड़ डॉलर का फंड चुराया गया था।
FBI ने बताया, "हैकर्स अपने शिकार को सोशल मीडिया पर उसकी एक्टिविटी के जरिए तलाशते हैं। इसके बाद पीड़ितों को विभिन्न तरीकों से फंसाया जाता है।" इन हैकर्स से बचने के लिए FBI ने क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स की लॉगिन, पासवर्ड और प्राइवेट कीज से जुड़ी जानकारी इंटरनेट से कनेक्टेड डिवाइसेज पर स्टोर नहीं करने की सलाह दी है। क्रिप्टो मार्केट पर भी इस मामले का असर पड़ा था। इससे क्रिप्टो एक्सचेंजों में सिक्योरिटी को लेकर सवाल उठे थे।