मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में सोमवार को प्रॉफिट दर्ज किया गया। भारतीय एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग एक प्रतिशत बढ़कर लगभग 58,718 डॉलर पर था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन का प्राइस 1.60 प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 55,170 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस भी बढ़ा है। Gadgets360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, यह लगभग 2,460 डॉलर पर था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर Ether का प्राइस लगभग 2,300 डॉलर का था। इसके अलावा Avalanche, Ripple, Tron, Cardano, Binance Coin, Chainlink, Polkadot, Near Protocol और Stellar में तेजी थी। गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Litecoin और Iota शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो की मार्केट वैल्यू एक प्रतिशत से ज्यादा बढ़कर लगभग 1.95 लाख करोड़ डॉलर पर थी।
क्रिप्टो एक्सचेंज CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "एक्सचेंज फ्यूचर्स पर बिटकॉइन के फंडिंग रेट्स अधिकतर नेगेटिव हैं। इससे रिटेल सेगमेंट को गिरावट की आशंका का संकेत मिल रहा है। पिछले रिकॉर्ड को देखें तो ऐसी स्थितियों में शॉर्ट लिक्विडेशंस होते हैं, जिससे तेजी आती है। इसका यह मतलब हो सकता है कि ऑल्टकॉइन्स अपने निचले लेवल पर हैं और इनमें मजबूत रिकवरी हो सकती है। अमेरिका में CPI और PPI के आगामी डेटा से मार्केट को डायरेक्शन मिल सकती है।"
अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) ने चेतावनी दी है कि क्रिप्टो सेगमेंट पर नॉर्थ कोरिया के हैकर्स के अटैक बढ़ रहे हैं। पिछले महीने भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज
WazirX को हैकर्स ने निशाना बनाया था। इस मामले में भी नॉर्थ कोरिया के हैकर्स के शामिल होने की रिपोर्ट है। WazirX से हैकर्स ने लगभग 23 करोड़ डॉलर का फंड चुराया गया था। क्रिप्टो मार्केट पर भी इस मामले का असर हुआ था। इससे क्रिप्टो एक्सचेंजों में सिक्योरिटी की मजबूती को लेकर सवाल उठे थे। FBI ने बताया है, "हैकर्स अपने शिकार को सोशल मीडिया पर उसकी एक्टिविटी के जरिए तलाशते हैं। इसके बाद पीड़ितों को विभिन्न तरीकों से फंसाया जाता है।" इन हैकर्स से बचने के लिए FBI ने क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स की लॉगिन, पासवर्ड और प्राइवेट कीज से जुड़ी जानकारी इंटरनेट से कनेक्टेड डिवाइसेज पर स्टोर नहीं करने की सलाह दी है। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं।