पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin पर भी बिकवाली का प्रेशर है। बिटकॉइन का प्राइस सोमवार को लगभग 1.20 प्रतिशत घटकर लगभग 96,020 डॉलर पर था। इसके अलावा बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज भी गिरावट थी।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether लगभग 0.60 प्रतिशत बढ़कर 2,711 डॉलर से कुछ अधिक पर ट्रेड कर रहा था। Cardano, Tron, BNB और Polygon के प्राइस भी बढ़े हैं। गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Stellar, Litecoin, Solana और XRP शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.43 प्रतिशत घटकर लगभग 3.18 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि बिटकॉइन के लिए अगला रेजिस्टेंस 96,200 डॉलर पर है। इस लेवल को बरकरार रखने पर इसमें कुछ तेजी आ सकती है। अमेरिका में इन्फ्लेशन को लेकर आशंकाएं बढ़ने का भी क्रिप्टो मार्केट पर नकारात्मक असर पड़ा है। Ether में ट्रेडर्स की दिलचस्पी अन्य
क्रिप्टोकरेंसीज की तुलना में कम है। बिटकॉइन की तुलना में Ether में अधिक गिरावट हुई है। इसके लिए 3,000 डॉलर पर रेजिस्टेंस है। हाल ही में अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने बताया था कि क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करने के उद्देश्य से एक टास्क फोर्स बनाई गई है। भारत में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का रुख सख्त रहा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की मांग दोहराई गई है।
दुबई के क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit ने बताया है कि उसने भारत में नौ करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना चुकाया है। फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने रूल्स का पालन नहीं करने की वजह से ByBit पर जुर्माना लगाया था। इसके साथ ही इस क्रिप्टो एक्सचेंज ने FIU के पास रजिस्ट्रेशन कराया है। देश में बिजनेस करने वाली सभी क्रिप्टो फर्मों के लिए FIU के पास रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। हाल ही में ByBit ने देश में अपने कस्टमर्स को सूचना दी थी कि वह अपनी सर्विसेज को अस्थायी तौर पर रोक रहा है। इसके बाद FIU ने बताया था कि इस एक्सचेंज ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) का पालन नहीं किया था और इसे लगभग 9.27 करोड़ रुपये का जुर्माना चुकाना होगा।