क्रिप्टो मार्केट में बड़ी गिरावट, बिटकॉइन का प्राइस 2 प्रतिशत घटा

मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि इस महीने के अंत में फेडरल रिजर्व की मीटिंग तक बिटकॉइन का प्राइस एक रेंज में ट्रेड कर सकता है

क्रिप्टो मार्केट में बड़ी गिरावट, बिटकॉइन का प्राइस 2 प्रतिशत घटा

दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 2.70 प्रतिशत का नुकसान था

ख़ास बातें
  • Bitcoin का प्राइस लगभग तीन प्रतिशत घटकर लगभग 1,02,284 पर था
  • अमेरिका में क्रिप्टो के लिए रेगुलेशंस बनाने की घोषणा की गई है
  • हाल ही में बिटकॉइन ने 1,09,200 डॉलर से अधिक का हाई लेवल बनाया था
विज्ञापन
अमेरिका में Donald Trump के प्रेसिडेंट के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद से क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस लगभग तीन प्रतिशत घटकर लगभग 1,02,284 पर था। अमेरिका में क्रिप्टो के लिए रेगुलेशंस बनाने की घोषणा की गई है। इससे इस सेगमेंट में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की हिस्सेदारी बढ़ सकती है। 

दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 2.70 प्रतिशत का नुकसान था। इस रिपोर्ट को प्रकाशित किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर Ether का प्राइस लगभग 3,211 डॉलर पर था। गिरावट वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Tether, Cardano, Polkadot, Chainlink, Near Protocol और Cronos शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.60 प्रतिशत गिरकर लगभग 3.56 लाख करोड़ डॉलर पर था। 

मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि इस महीने के अंत में फेडरल रिजर्व की मीटिंग तक बिटकॉइन का प्राइस एक रेंज में ट्रेड कर सकता है। इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी के लिए बड़ा सपोर्ट 1,01,300 डॉलर और अगला रेजिस्टेंस 1,06,700 डॉलर पर है। अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसीज के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान Bitcoin का रिजर्व और क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, बिटकॉइन का रिजर्व बनाने की योजना पर फेडरल रिजर्व ने असहमति जताई थी। 

हाल ही में बिटकॉइन ने 1,09,200 डॉलर से अधिक का हाई लेवल बनाया था। हालांकि, इस सप्ताह की शुरुआत में ट्रंप के प्रेसिडेंट बनने के बाद पहले संबोधन में क्रिप्टो का कोई जिक्र नहीं होने से इस मार्केट में गिरावट हुई थी। अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने बताया  है कि क्रिप्टोकरेंसीज के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करने के उद्देश्य से एक टास्क फोर्स बनाई गई है। अमेरिका की पिछली सरकार ने क्रिप्टो से जुड़ी बहुत सी फर्मों के खिलाफ रूल्स के उल्लंघन का आरोप लगाकर कार्रवाई की थी। इन फर्मों में Coinbase और Kraken शामिल थी। हालांकि, इन फर्मों ने रूल्स के उल्लंघन के आरोप को गलत बताया था। इस सेगमेंट में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ी है। सॉफ्टवेयर मेकर MicroStrategy ने पिछले कुछ सप्ताह में बड़ी संख्या में Bitcoin खरीदे हैं। इस कंपनी ने 19 जनवरी को समाप्त हुए सप्ताह में लगभग 11,000 बिटकॉइन की खरीदारी लगभग 1.1 अरब डॉलर में की है। यह माइक्रोस्ट्रैटेजी की यह लगातार 11वें सप्ताह में बिटकॉइन की बड़ी संख्या में खरीदारी है। 


 

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. iPhone 16e vs iPhone 14: खरीदने से पहले देखें कौन सा रहेगा ज्यादा बेहतर
  2. Tata Curvv EV vs Mahindra BE 6: जानें 20 लाख रुपये में कौन सी ईवी है बेस्ट
  3. iPhone न खरीदें ऐसे यूजर्स! ये रहे 3 बड़े कारण
  4. WhatsApp पर लाइव लोकेशन को अपने मुताबिक ऐसे बदलें!
  5. जमीन खरीदने से पहले ऐसे चेक करें बेचने वाला उसका मालिक है या नहीं, ये है स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस
  6. Instagram का यह फीचर होने जा रहा बंद, पोस्ट और रील में नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल
  7. Airtel ने Rs 509 से शुरू होने वाले नए कॉलिंग, SMS प्लान किए पेश
  8. BSNL को 4G में देरी से हो रहा रेवेन्यू का नुकसान, सरकार ने दी जानकारी
  9. भारत में 5G यूजर्स की संख्या 25 करोड़ के पार! 2 लाख से ज्यादा गांवों में पहुंचा ब्रॉडबैंड
  10. Samsung का मजबूत फोन Galaxy XCover 7 Pro 6GB रैम, Snapdragon चिप से होगा लैस! फीचर्स का खुलासा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »