मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को 0.93 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 66,615 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू लगभग 468 डॉलर बढ़ी है। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर यह लगभग 70,530 डॉलर पर था। इसके अलावा बहुत सी अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस बढ़े हैं।
Ether में 5.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसका प्राइस 3,350 डॉलर से कुछ अधिक था। पिछले एक दिन में इसकी वैल्यू लगभग 165 डॉलर बढ़ी है। Avalanche, Tether, Binance Coin और Cronos के प्राइस भी बढ़े हैं। गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Solana, Ripple, Cardano और Polkadot थे। पिछले एक दिन में
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.36 प्रतिशत बढ़कर 2.63 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinDCX के मार्केट डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "अमेरिका में CPI डेटा के अनुमान से अधिक होने के कारण पिछले एक दिन में क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी है। Ether एक रेंज में ट्रेड कर रहा है और इसके 3,650 डॉलर का लेवल पार करने के बाद ही तेजी आ सकती है।" एक अन्य क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट डेस्क ने कहा, "बिटकॉइन में कुछ गिरावट के बाद मजबूती आ रही है। इसने 70,000 डॉलर के निकट नया बेस बनाया है। इसके लिए लगभग 74,000 डॉलर पर भारी रेजिस्टेंस है।"
देश में इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। हाल ही में वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेगमेंट को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण का कहना था, "सरकार का हमेशा यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स को ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।" अमेरिका में
बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इससे पहले कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कहा था कि ट्रांजैक्शंस में आसानी की वजह से स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स का रुख क्रिप्टो सेगमेंट की ओर हो सकता है।