क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase के CEO Brian Armstrong ने क्रिप्टो सेगमेंट को लेकर Apple के रवैये पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि Apple के ऐप स्टोर के रूल्स Coinbase जैसे कई क्रिप्टो ऐप्स के बहुत से फीचर्स की अनुमति नहीं देते। उनका कहना था कि Apple का क्रिप्टो से जुड़े ऐप्स के लिए ऐसा रवैया विश्वास को लेकर समस्याएं खड़ी कर सकता है।
Armstrong ने एक भारतीय यूट्यूबर के साथ पॉडकास्ट में बताया कि स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों को अपने डिवाइसेज पर क्रिप्टो के लिए हार्डवेयर फीचर्स देने की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। Armstrong के अलावा Coinbase के अन्य सीनियर एग्जिक्यूटिव्स ने इस महीने की शुरुआत में भारत में स्टार्टअप फाउंडर्स, कंटेंट क्रिएटर्स और क्रिप्टो से जुड़े लोगों के साथ मीटिंग की थी। Armstrong ने कहा, "Apple का क्रिप्टो के साथ अभी तक व्यवहार अच्छा नहीं रहा है और उसने वास्तव में ऐसे कई फीचर्स को बैन किया है जो हम ऐप में चाहते हैं। इससे विश्वास को लेकर समस्याएं हो रही हैं।"
इस बारे में Apple ने कोई प्रतिक्रिया नहीं है दी है। हालांकि, कंपनी ने क्रिप्टो इंडस्ट्री के साथ एक दूरी बनाई हुई है। Apple के CEO Tim Cook ने पिछले वर्ष
कहा था कि कंपनी अपने प्रोडक्ट्स या सर्विसेज के साथ क्रिप्टोकरेंसीज या इनसे जुड़ी फीचर्स को इंटीग्रेट करने की योजना नहीं रखती। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि उनका क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट है लेकिन Apple का इससे कोई जुड़ावानहीं है।
Apple Pay पर क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शंस के लिए सपोर्ट नहीं मिलता। इसके अलावा कंपनी का ऐप स्टोर क्रिप्टो ऐप्स के सभी फीचर्स के लिए सपोर्ट नहीं देता। हालांकि, ऐप स्टोर पर क्रिप्टो वॉलेट ऐप्स उपलब्ध हैं। हालांकि, कुक का कहना था कि क्रिप्टो सेगमेंट को लेकर कंपनी एनालिसिस कर रही है। Armstrong ने कहा है कि Apple की वजह से Coinbase के प्रोडक्ट्स की क्षमता पर असर पड़ रहा है। Coinbase ने
नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) सेगमेंट में बिजनेस बढ़ाने की तैयारी की है। इसने अपने NFT मार्केटप्लेस के Beta वर्जन को टेस्टर्स के लिए शुरू किया है। टेस्टर्स से अभी NFT खरीदने या बेचने पर कोई फीस नहीं ली जा रही। Coinbase की योजना बाद में फीस लगाने की है और ऐसा होने पर यूजर्स को सूचना दी जाएगी।